सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं सुशांत की एक्स मैनेजर रही दिशा सालियान की मौत को भी अब संदिग्ध माना जा रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कई बड़े सवाल वायरल हो रहे हैं। खबरों के अनुसार यह सवाल मुंबई पुलिस के जांच अधिकारियों से संपर्क करके पूछा गया है। देखिए ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जो सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियन की मौत से जुड़े हैं।
सवाल- दिशा सालियन का निधन 9 जून की सुबह 2 बजे हुआ फिर उनका पोस्टमार्टम 11 जून को क्यों किया गया?
जवाब- मामले की जांच कर रहे मुंबई पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, पोस्टमार्टम से पहले कोविड-19 टेस्ट जरूरी था। दिशा के शव को तुरंत पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लाया गया। कोविड-19 टेस्ट किया गया था। रिपोर्ट 24 से 36 घंटे के बाद आती है। कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आने के बाद 11 जून को दिशा की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम किया गया।
सवाल- सुशांत सिंह राजपूत को मौत 14 जून को हुई। उसी दिन पोस्टमार्टम क्यों किया गया?
जवाब- पुलिस अधिकारी पूछताछ के लिए हमारे पास आए और अनुरोध किया कि पोस्टमार्टम किया जाए, इसलिए उसी समय पोस्टमार्टम किया गया। ऐसा कोई नियम नहीं है कि रात में पोस्टमार्टम नहीं किया जा सकता है।
सवाल- क्या मजिस्ट्रेट ने सुशांत के पोस्टमार्टम को शाम के बाद करने के लिए परमीशन दिया?
जवाब- मजिस्ट्रेट की अनुमति केवल उन मामलों में आवश्यक है जो 176 सीआरपीसी के तहत हैं, जैसे हिरासत में मौत, दंगे, आदि। यह मामला 174 सीआरपीसी के तहत है, जहां पुलिस को पोस्टमार्टम की पावर है और पुलिस पूछताछ के अनुसार, पोस्टमार्टम किया जाता है।
सवाल- पोस्टमार्टम के दौरान सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के कौन सदस्य मौजूद थे?
जवाब- हमें याद नहीं है कि पोस्टमार्टम के दौरान परिवार से कौन लोग मौजूद थे। पुलिस उनकी बहन के सिग्नेचर किए हुए बयान के साथ आई और पोस्टमार्टम का अनुरोध किया। बाद में सुशांत के बहनोई, एडीजी हरियाणा पुलिस और बहन पोस्टमार्टम केंद्र पर आए।
सवाल- सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिगचर मार्क्स था। तो फिर इसे घाव क्यों नहीं कहा गया?
जवाब- यदि आप पोस्टमार्टम रिपोर्ट के कॉलम 17 को पढ़ते हैं तो उसमें लिगचर मार्क्स का उल्लेख किया जाता है। इसके अलावा, कोई चोट नहीं आई।
सवाल- सुशांत की तरह अप्राकृतिक मौत के मामले में पोस्टमार्टम करने में 2-3 घंटे लगते हैं। 90 मिनट में उनका पोस्टमार्टम कैसे पूरा हुआ?
जवाब- एक सामान्य पोस्टमार्टम में न्यूनतम एक घंटे का समय लगता है, लेकिन इसकी कोई समय सीमा नहीं होती है। हमने डेढ़ घंटे में पोस्टमार्टम किया और शव की जांच के बाद विसरा सुरक्षित रखा।
सवाल- दिशा सलियन के वैजाइनल स्वैब टेस्ट के लिए गए थे। उसका क्या हुआ?
जवाब- कलिना के फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्रीज ऑफिस ने वैजाइनल स्वैब लिया था। मुंबई पुलिस को रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने एफएसएल से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है।