राम गोपाल वर्मा हमेशा से ही अलग तरह की फ़िल्में बनाए जाने के लिए जाने जाते हैं। अब राम गोपाल वर्मा ने अब तक की अपनी सबसे महत्वाकांक्षी और महंगी फिल्म 'लड़की - एंटर द गर्ल ड्रैगन' के ज़रिए सिनेमा के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई हासिल करने की कोशिश की है। ग़ौरतलब है कि इस फिल्म का निर्माण भारत और चीन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद 'लड़की - एंटर द गर्ल ड्रैगन' ऐसी पहली भारतीय फ़िल्म है, जो चीन में प्रदर्शित की जाएगी। चीन में इस फिल्म को प्रदर्शित किया जाना इस बात का सबूत है कि मार्शल आर्ट्स और सिनेमा ने चीन और भारत को सिनेमा के पटल पर फिर से साथ ला खड़ा कर दिया है।
इस फिल्म के माध्यम से राम गोपाल वर्मा ऐसे पहले फिल्ममेकर बन गए हैं जिन्होंने चीन की ऊंची दीवार को लांघते हुए इस फिल्म को भारत के साथ-साथ चीन में प्रदर्शित करने का ज़िम्मा उठाया है। फ़िल्म की रिलीज़ से पहले राम गोपाल वर्मा ने फ़िल्म के हिंदी और चीनी ट्रेलर को अपने आधिकारिक यूट्यूब पर अपलोड किया है। उल्लेखनीय है कि फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों के साथ-साथ दोनों इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की भी ख़ूब वाहवाही मिल रही है।
राम गोपाल वर्मा कहते हैं, "मैंने सरकार के ज़रिए 'द गॉड फ़ादर' को ट्रिब्यूट दिया था, उसी तरह से मैंने पूजा भालेकर को लेकर बनाई गई फ़िल्म 'लड़की - एंटर द ड्रैगन गर्ल' के माध्यम से ब्रूस ली को लेकर बनाई गई विश्व की सबसे महान मार्शल आर्ट्स फ़िल्म 'एंटर द ड्रैगन' को विनम्र आदरांजलि देने की कोशिश है।''
इस फ़िल्म को आर्ट्सी मीडिया और चीन के नामी फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस बिग पीपल ने मिलकर प्रोड्यूस किया है। भारत और चीन के सहयोग से बनी इस फ़िल्म को मुम्बई, गोवा के कई लोकेशन समेत चीन में भी शूट किया गया है।