सेंसर बोर्ड की सख्ती दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और इससे बॉलीवुड में में रोष है। कुछ निर्माता अलग थीम को लेकर फिल्म बनाते हैं, लेकिन दर्शक और फिल्म के बीच सेंसर आ जाता है। कुछ दिन पहले 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को सेंसर बोर्ड ने 'असंस्कारी' बताते हुए सर्टिफिकेट नहीं दिया था और अब रवीना टंडन की 'मातृ' भी सेंसर में अटक गई है।
रवीना टंडन की वापसी को उस समय करारा झटका लगा जब उनकी फिल्म 'मातृ' सेंसर को रास नहीं आई है। यह फिल्म देश में बढ़ते हुए बलात्कार को लेकर है। सेंसर ने इसे इसलिए सर्टिफिकेट नहीं दिया क्योंकि उन्हें हिंसक रेप सीन पर ऐतराज है। संभव है कि फिल्म को प्रदर्शित ही होने नहीं दिया जाए।
कुछ गलतफहमी भी हुई है। सेंसर बोर्ड की एक टीम स्क्रीनिंग के लिए बैठी थी, लेकिन बोर्ड के सदस्य फिल्म के बीच से ही उठ कर चले गए। उनका कहना है कि सेंसर बोर्ड के सदस्यों को जरूरी जानकारी नहीं दी गई।
खबर है कि 'मातृ' के निर्माता अब ट्रिब्यूनल के पास जाएगी और उन्हें उम्मीद है कि फिल्म को न्याय मिलेगा। रवीना टंडन भी इससे अपसेट बताई जा रही हैं।