बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने 30 अप्रैल को इस दुनिया को अलविदा कहा दिया। वो 67 साल के थे। ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार मुंबई के चंदनवाड़ी शवदाह गृह में किया गया। ऋषि कपूर के निधन के बाद सबसे पहले अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर फैंस को उनके जाने की जानकारी दी थी। हालांकि बाद में उन्होंने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया था।
ऋषि कपूर के निधन से अमिताभ बच्चन बेहद दुखी ह। अब उन्होंने एक इमोशनल पोस्ट खिला है। इसमें अमिताभ ने ऋषि कपूर के साथ पहली बार मुलाकात से लेकर उनसे आखिरी बार बातचीत का जिक्र किया है। अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि ऋषि कपूर एक जिंदादिल इंसान थे और वे ये जिंदादिली अपने पिता राज कपूर से सीखे थे।
अमिताभ बच्चन ने लिखा, मुझे एक बार राज कपूर ने अपने घर बुलाया था तब मैंने पहली बार एक नौजवाब, उत्साह और शैतानी से भरे चिंटू को देखा था। मैंने ज्यादातर उन्हें आरके स्टूडियो में देखा था जहां वो अपनी फिल्म बॉबी की तैयारी कर रहे थे। वो एक ऐसे कलाकार थे जो सबकुछ जानना चाहते थे, सीखना चाहते थे। उनकी चाल हमेशा आत्मविश्वास से भरी होती थी। कई बार उनकी चाल मुझे महान पृथ्वी राज जी की याद दिलाती थी।
अमिताभ ने आगे लिखा, 'हमने कई फिल्मों में एक साथ काम किया है। विश्वास मानिए जब वो कुछ कहते थे आपके पास उनकी बातों को मानने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं होता था। वो एकदम जेनुइन पर्सन थे। बॉलीवुड में उन से अच्छा गानों की लिप्सिंग कोई नहीं कर सकता था।
उन्होंने लिखा, वह सेट पर हमेशा हंसी मजाक करते रहते थे। वह पास में रहे तो कभी कोई भारी पल आया ही नहीं। शूटिंग के बीच में टाइम मिले तो वह कार्ड्स या कोई बोर्ड गेम लेकर बैठ जाते थे। वह जिंदगी जीना जानते थे जो गुर उन्होंने अपने पिता शो मैन राज कपूर जी से सीखा था।
अमिताभ ने लिखा कि मैं उन्हें अस्पताल में कभी मिलने नहीं गया था। मैं उनके मुस्कुराते हुए करुण चेहरे पर संकट नहीं देखना चाहता था। लेकिन मैं निश्चित हूं। जब ऋषि हमे छोड़कर गए होंगे, उनके चेहरे पर मुस्कान जरूर होगी।