बॉलीवुड के बादशाह खान की दीवानगी उनके लुक्स और एक्टिंग के अलावा एक और चीज से है और वो है उनका रोमांटिक ट्रेडमार्क पोज। लोगों की इसी दीवानगी के चलते उन्होंने ये पोज कई फिल्मों में किया। पर उनकी लेटेस्ट फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' की लव स्टोरी अलग है और उनका ट्रेडमार्क पोज इस फिल्म के मूड और उनके 'हैरी' कैरेक्टर पर नहीं जंचता।
इसी को लेकर फिल्म के गाने 'हवाएं' के लॉन्च के वक्त उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने इस फिल्म में अपने पोज को मिस किया? तो शाहरुख ने बहुत सरल जवाब दिया कि हाथों को फैलाना न मुझे बनाता है, न ही बिगाड़ता है। मैंने इसे थोड़ी फिल्मों में किया है। अब तक किसी भी डायरेक्टर ने मुझे ऐसा करने को नहीं कहा है। इसे तब ही करते है, जब इसकी जरूरत पड़ती है।
शाहरुख ने कहा कि कभी-कभी इसे मजे के तौर पर ही करते हैं, पर 'रईस' जैसी फिल्मों में ऐसा करने की जरूरत नहीं थी इसलिए वहां नहीं किया गया। मैं अपनी फिल्मों में अपने किरदार को बखूबी निभाने में भरोसा रखता हुं। वैसे कई फिल्मों में किरदार से बढ़कर स्टार वाली बात रखना जरूरी हो जाता है। जैसे फिल्म 'फैन' में इस पोज को करना जरूरी था, क्योंकि इसमें मैं एक सुपरस्टार भी बना था, पर मैं पोज को हर फिल्म में नहीं करूंगा।
मजाक करते हुए शाहरुख ने यह भी कहा कि ऐसा नहीं है कि फिल्म मेकर्स मेरे हाथ बांध देते हैं कि अगर मेरे हाथ खुले रहे तो मैं पोज देना शुरू कर दूंगा।
फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' 4 अगस्त को रिलीज होने वाली है।