अभिनेत्री सोनी राजदान ने अपने 4 दशक लंबे करियर में हिन्दी फिल्म उद्योग को कुछ बेहद यादगार अभिनय देखने का मौका दिया है। लेकिन अभिनेत्री अपने आपको अब भी एक संघर्षशील कलाकार मानती हैं। 61 वर्षीय अभिनेत्री ने भारतीय सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत 1981 में आई फिल्म '36 चौरंगी लेन' से की थी। उनको 'मंडी', 'सारांश', 'सड़क' और 'मानसून वेडिंग' में उनके काम के लिए काफी सराहा जाता है।
सोनी ने बताया कि मैं जीवनभर एक संघर्षशील कलाकार रही हूं। मैं आज भी खुद को ऐसा ही मानती हूं। परेशानी और निराशा से निकलने के लिए मैंने खाना बनाना सीखा, क्योंकि कई-कई सप्ताह काम मिले बिना ही बीत जाता था। मुझे कुछ तो करना था। मैंने अभिनय के अलावा काफी चीजें कीं, क्योंकि अभिनय का काम मेरी जिंदगी में लगातार नहीं चल रहा था।
अभिनेत्री हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'राजी' में अपनी बेटी अभिनेत्री आलिया भट्ट के साथ नजर आई हैं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ही ज्यादा से ज्यादा फिल्मों में काम करना चाहती थी। लोगों ने मुझे ज्यादा फिल्मों के ऑफर दिए नहीं। अगर मेरे पास ऑफरों की बाढ़ आती तो मैं सारे ऑफरों को स्वीकार करती।
मैंने काम करने से कभी मना नहीं किया, मुझे काम मिला ही नहीं। मैंने कुछ ही ऑफर को इंकार किया था। अभिनेत्री ने कहा कि कुछ कारणवश लोग मुझे काम नहीं देते थे। मुझे फिल्मों में लेने के बारे में सोचते नहीं थे। मैं आशा करती हूं कि यह अब बदलेगा। हर 10 साल पर मैं इसी तरह का बयान देती हूं लेकिन इसमें थोड़ा ही बदलाव आया है।