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'सुपरस्टार सिंगर 2' के कैप्टंस और कंटेस्टेंट्स ने उजागर किए अपने गुरु-शिष्य के रिश्ते

हमें फॉलो करें 'सुपरस्टार सिंगर 2' के कैप्टंस और कंटेस्टेंट्स ने उजागर किए अपने गुरु-शिष्य के रिश्ते
, बुधवार, 13 जुलाई 2022 (18:13 IST)
गुरु अंधेरे में रोशनी, प्रेरणा और महत्वाकांक्षा है। हमारे सभी रिश्तों में गुरु-शिष्य के रिश्ते को सबसे पवित्र और सबसे मजबूत रिश्तों में से एक माना जाता है। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के किड्स सिंगिंग रियलिटी शो 'सुपरस्टार सिंगर 2' में इसी तरह का खूबसूरत बंधन दिखाया जा रहा है, जहां कंटेस्टेंट्स को उनके गुरु यानी कैप्टंस के मार्गदर्शन में टीमों में बांटा गया है। 

 
गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर शो के कैप्टंस - पवनदीप राजन, अरुणिता कांजीलाल और सायली कांबले ने अपने कंटेस्टेंट्स के साथ अपने इस रिश्ते के बारे में बात की। उधर, कंटेस्टेंट्स मोहम्मद फैज़, प्रत्यूष आनंद और साइशा गुप्ता ने अपने-अपने कैप्टंस के प्रति आभार जताया।
 
कैप्टन पवनदीप राजन बताते हैं, जब तक मैंने कैप्टन के रूप में कदम नहीं रखा, तब तक मुझे कभी नहीं पता था कि किसी के लिए एक मार्गदर्शक होने का एहसास क्या होता है। आप अपने शिष्य के साथ इस एक संबंध महसूस करते हैं, और उनकी जीत या असफलता आपको गहराई से प्रभावित करती है। 
 
उन्होंने कहा, अपनी टीम के बच्चों को राष्ट्रीय टेलीविजन पर शानदार ढंग से परफॉर्म करते हुए देखना अद्भुत अनुभव है। अब मुझे पता है कि जब मैं मंच पर आता था, तो मेरे गुरु को कैसा लगता होगा। इस भावना को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, जिसे मैं इस समय किसी का गुरु होने पर महसूस कर रहा हूं क्योंकि उनका सफर मेरा भी सफर है।
 
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कैप्टन अरुणिता कांजीलाल कहती हैं, गुरु होना किसी वरदान से कम नहीं है। मुझे बेहद टैलेंटेड बच्चों के ग्रुप का मार्गदर्शन करने का सौभाग्य मिला है। मैंने उनमें अपना एक छोटा-सा परिवार पाया और इसके आगे सारी दुनिया एक तरफ है। मैं मानती हूं कि यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, लेकिन अंत में, उनके साथ आपका रिश्ता मायने रखता है। गुरु पूर्णिमा के इस अवसर पर, मैं अपने गुरुओं के प्रति भी आभार व्यक्त करना चाहती हूं, जिन्होंने मुझे वो बनाया है जो मैं आज हूं। मैं भी उतनी ही काबिल गुरु बनना चाहती हूं, जितना वे मेरे लिए थे।
 
कैप्टन सायली कांबले कहती हैं, हमारी परंपरा में गुरु भगवान के समान है, जो अपने आप में एक बहुत बड़ा दर्जा है। जिस दिन इन बच्चों ने मेरे पैर छुए, मुझे उनके प्रति जिम्मेदारी और कर्तव्य का एहसास हुआ। मेरे मन में उनके लिए बहुत प्यार है और हर बार जब वो मंच पर आते हैं, तो मैं भी उनकी परफॉर्मेंस से पहले उतना ही नर्वस होती हूं। जब भी जज और दर्शक उनकी परफॉर्मेंस की तारीफ करते हैं, तो मुझे बहुत गर्व होता है। उनकी सफलता देखकर ऐसा लगता है जैसे मेरी मेहनत रंग ला रही है।
 
कंटेस्टेंट मोहम्मद फैज़ कहते हैं, जब कोई अपने सच्चे गुरु को पा लेता है, तो वो आधी दुनिया जीत लेता है और इस तरह मैं अपनी गुरु और कैप्टन अरुणिता दीदी से मिला, जिन्होंने मुझे न सिर्फ संगीत के बारे में सिखाया, बल्कि यह भी बताया कि कैसे बेहतर गाना है और कैसे खुद में सुधार करते रहना है। वो मेरे लिए एक शानदार गुरु हैं और मैं इसके लिए आभारी हूं कि वो मेरी ज़िंदगी में हैं क्योंकि मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। मेरी ओर से सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं।
 
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कंटेस्टेंट प्रत्यूष आनंद कहते हैं, अपनी ज़िंदगी में, मैं एक के बजाय कई गुरुओं से मिला हूं। उन सभी ने मुझे वो सिखाया जो उनकी खासियत थी। इस शो में, सायली दीदी मेरे लिए अब तक की सबसे अच्छी गुरु हैं। उन्होंने न सिर्फ मेरी सिंगिंग स्किल्स बेहतर करने में मदद की बल्कि एक बड़ी बहन की तरह मेरा ख्याल भी रखा। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि वो मेरी गुरु और कैप्टन हैं। मैं सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं देता हूं।
 
कंटेस्टेंट साइशा कहती हैं, मैं अपने गुरु, पवनदीप भैया के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहती हूं। मेरे लिए, वो एक असरदार गुरु हैं। वो हम सभी के सबसे बड़े सपोर्टर रहे हैं और हमारा उत्साह बढ़ाते हैं। वो हमेशा हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमारी सिंगिंग स्किल्स संवारने में हमारी मदद करते हैं। उनके जैसे शानदार टैलेंट के साथ परफॉर्म करना मेरे लिए एक बड़ा मौका है। वो मेरे लिए एक महान गुरु रहे हैं, और मैं उन्हें अपने जीवन में पाकर आभारी हूं।
 

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