कुछ हॉलीवुड फिल्मों के साथ 'तीन' और 'दो लफ्जों की कहानी' जैसी हिंदी फिल्मों का 10 जून को प्रदर्शन हुआ। अमिताभ बच्चन, विद्या बालन और नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे बेहतरीन कलाकारों से सजी 'तीन' के प्रति उन दर्शकों का रुझान ज्यादा है जो कुछ अलग फिल्म देखने के शौकीन है। ऐसे दर्शक पहले दिन के बजाय कुछ दिनों बाद फिल्म देखना पसंद करते हैं।
फिल्म को 1150 स्क्रीन्स के साथ भारत में और 325 स्क्रीन्स के साथ विदेश में रिलीज किया गया है। बॉक्स ऑफिस फिल्म का टारगेट बड़े शहर और मल्टीप्लेक्स ऑडियंस हैं। इस तरह की फिल्म को सिंगल स्क्रीन और छोटे शहर में दर्शक मिलना मुश्किल है।
फिल्म की ओपनिंग खास नहीं रही। सुबह के शो में दस से पन्द्रह प्रतिशत तक दर्शक नजर आएं। उम्मीद है कि शाम और रात में इस फिल्म को दर्शक मिलेंगे। ज्यादातर फिल्म समीक्षकों ने फिल्म को सराहा है जिसका फायदा फिल्म को मिल सकता है क्योंकि इस तरह की फिल्मों में समीक्षकों की राय खास मायने रखती है।
पहले दिन का कलेक्शन ढाई से तीन करोड़ रुपये के बीच रहने की उम्मीद है जो कि बहुत कम है। उम्मीद है कि शनिवार और रविवार को दर्शकों की संख्या में इजाफा होगा।
रणदीप हुड्डा और काजल अग्रवाल अभिनीत 'दो लफ्जों की कहानी' के हाल तो और भी बुरे हैं। सीमित स्क्रीन्स और शो में इसे रिलीज किया गया है। फिल्म को पांच प्रतिशत की ओपनिंग मिली है। शायद पहले दिन ही फिल्म एक करोड़ रुपये का आंकड़ा भी टच नहीं कर पाए।