कुछ वर्ष पूर्व रिलीज हुई फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' को फिल्म उद्योग के लोग अब तक नहीं भूले हैं। अनुराग कश्यप निर्देशित और रणबीर कपूर अभिनीत यह फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही थी। यह अनुराग का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था और इसकी असफलता से उनका आत्मविश्वास हिल गया। रणबीर कपूर अपने समकालीन अभिनेताओं से थोड़ा पीछे चले गए। फ्लॉप होने के मामले में सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट ने बॉम्बे वेलवेट को भी पीछे छोड़ दिया है। कैसे? इसे थोड़ा समझना पड़ेगा।
बॉम्बे वेलवेट का गणित
बॉम्बे वेलवेट के वर्ल्ड वाइड राइट्स 110 करोड़ रुपये में बेचे गए थे। भारत में वितरकों का शेयर बना लगभग 11 करोड़ रुपये और विदेश के कलेक्शन के जरिये वितरकों का शेयर बना लगभग 5 करोड़ रुपये। इस तरह से यह फिल्म महज 16 करोड़ रुपये ही कमा पाई। कुल मिलाकर 94 करोड़ रुपये का घाटा फिल्म से हुआ।
ट्यूबलाइट का गणित
ट्यूबलाइट के थिएट्रिकल राइट्स भारत में 132 करोड़ रुपये में बेचे गए और विदेश के राइट्स की कीमत आई 50 करोड़ रुपये। अनुमान है कि भारत में वितरकों को करीब 70 करोड़ रुपये का घाटा होगा और विदेश में 36 करोड़ रुपये। लगभग 105 से 110 करोड़ का घाटा इस फिल्म के जरिये होगा जो कि बॉम्बे वेलवेट से ज्यादा है।
किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि सलमान की फिल्म से इतना नुकसान होगा। शायद इसीलिए फिल्म व्यवसाय को अप्रत्याशित और जोखिम भरा माना जाता है।