हाल ही में प्रदर्शित फिल्म 'सरबजीत' में रिचा चड्ढा ने सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर का किरदार निभाया है। फिल्म में रिचा को भले ही संवाद कम मिले हों, लेकिन अपने चेहरे के भाव से उस स्त्री के दर्द को दर्शाया है जिसका पति 23 वर्ष से पाकिस्तानी जेल में बंद है।
सुखप्रीत के रोल का चुनाव करना आसान बात नहीं है, लेकिन रिचा को चुनौतियों से खेलने की आदत है। अपनी उम्र से बड़े किरदार वे पहले भी निभा चुकी हैं।
रिचा कहती हैं, 'मैंने अपनी पहली बड़ी फिल्म में नवाजुद्दीन की मां का किरदार निभाया था। लोग चकित थे। बाद में लोगों को यह समझाने में मुझे काफी मेहनत करना पड़ी थी कि मैं इतनी उम्रदराज नहीं हूं और आधुनिक हूं, वैसी नहीं हूं जैसा किरदार मैंने स्क्रीन पर निभाया था। बाद में मैंने सिर्फ अपने काम पर ध्यान देना शुरू किया और इस तरह की नकारात्मक बातों की उपेक्षा कर दी।'
हालांकि रिचा मानती हैं कि फिल्म इंडस्ट्री कलाकार को किसी खास खांचे में फिट कर देती है। इस बारे में रिचा कहती हैं 'आपको एक इमेज देकर उसमें कैद कर लिया जाता है, लेकिन समय के साथ अब बदलाव आ रहा है। कई बार लोग आपको स्क्रीन का अवतार ही समझ लेते हैं।'
'सरबजीत' के लिए भी रिचा को कई लोगों ने मना किया था। रिचा बताती हैं 'मसान में भी मेरे साथ ऐसा ही हुआ था। कई क्रिएटिव लोगों ने मुझे फिल्म से दूर रहने को कहा, लेकिन 'सरबजीत' में मैं अपने रोल को लेकर संतुष्ट थी। लोगों ने मुझे कहा कि खूबसूरत ऐश्वर्या के आगे तुम तो दब ही जाओगी। मेरा मानना है कि यदि आपमें प्रतिभा है तो आप स्क्रीन पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराओगे।'