‘द्रोण’ के संगीत रिलीज़ समारोह में जया बच्चन की कुछ टिप्पणियों ने राज ठाकरे और उनकी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को भड़का दिया था। अमिताभ और अभिषेक की फिल्मों के पोस्टर फाड़ दिए गए और कुछ पर कालिख पोत दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जया ने अगले ही दिन माफी माँग ली, लेकिन राज ठाकरे ने इस माफी को ठुकरा दिया।
इस मामले पर अमिताभ ने पहली बार अपने विचार पेश किए। अपने ब्लॉग में उन्होंने लिखा है कि जया की टिप्पणी जानबूझकर या किसी को अपमानित करने के लिए नहीं की गई थी। न ही उनका मकसद महाराष्ट्र, महाराष्ट्रियन और मुंबई में रहने वाले लोगों को नीचा दिखाना था। लेकिन यदि ऐसा हुआ है तो उन्होंने माफी माँग ली है। आज हम जो कुछ भी हैं महाराष्ट्र और मुंबई की वजह से हैं। मैंने अपनी जिंदगी में 66 वर्षों में से 40 वर्ष इसी शहर में गुजारे हैं। ऐसे में हम इस शहर और उसमें रहने वाले लोगों का अपमान करने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।‘
उधर राज ठाकरे का कहना है कि जया ने राष्ट्रभाषा की आड़ लेकर महाराष्ट्र के लोगों का अपमान किया है और मुंबई में बच्चन परिवार की फिल्मों को चलने नहीं दिया जाएगा।