संजय लीला भंसाली के साथ शाहरुख खान देवदास जैसी फिल्म कर चुके हैं। इसके बाद दोनों के बीच संबंध तब बिगड़ गए जब एक ही दिन शाहरुख की 'ओम शांति ओम' और भंसाली की 'सांवरिया' प्रदर्शित हुई। इसको लेकर दोनों के बीच खूब घमासान हुआ। बाद में फिर दोनों में संबंध ठीक हुए।
भंसाली जब 'पद्मावत' के लिए कलाकार चुन रहे थे तब खिलजी के लिए रणवीर सिंह और पद्मावती के लिए दीपिका पादुकोण के नाम तय थे। महारावल रतन सिंह के किरदार के लिए वे किसी एक नाम को तय नहीं कर पा रहे थे।
शूटिंग शुरू होने के बाद उन्होंने यह भूमिका शाहरुख खान को ऑफर की। शाहरुख खान ने यह भूमिका ठुकरा दी। उन्हें इस रोल में दम नजर नहीं आया क्योंकि यह फिल्म खिलजी और पद्मावती के इर्दगिर्द घूमती है। ऐसे में शाहरुख को यह रोल निभाना रास नहीं आया।
कुछ लोगों का कहना है कि शाहरुख ने भारी-भरकम फीस मांगी थी और भंसाली ने उन्हें लेने का इरादा त्याग दिया। बाद में एक टीवी कलाकार को इस रोल के लिए चुना गया तो दीपिका नाराज हो गईं। वे अपने अपोजिट बड़े कलाकार को चाहती थीं। बाद में यह रोल शाहिद कपूर ने निभाया।