बात उन दिनों की है जब हिम्मतवाला को बनाने की योजना बनाई जा रही थी। यह एक दक्षिण भारतीय फिल्म का हिंदी रिमेक थी। मूल फिल्म में जया प्रदा ने काम किया था इसलिए माना जा रहा था कि इसके हिंदी रिमेक में जया प्रदा ही अभिनय करेंगी।
उसी दौरान श्रीदेवी को फिर से हिंदी फिल्म में लांच करने की योजना बनाई जा रही थी। श्रीदेवी की पहली फिल्म 'सोलवां साल' बुरी तरह असफल रही थी। चार-पांच वर्ष बाद उन्हें फिर से हिंदी फिल्म में लांच किया जाना था।
अनुबंध कुछ ऐसा था कि हिंदी रिमेक श्रीदेवी को लेकर ही बनना संभव था। फिल्म के निर्देशक के राघवेन्द्र राव और हीरो जीतेन्द्र सोच में पड़ गए कि अब क्या करें।
जया प्रदा तेलुगु सिनेमा का बड़ी सितारा थीं। वे यह मान कर चल रही थीं कि हिम्मतवाला वे ही करेंगी। उनसे मिलने के लिए जीतेन्द्र और के. राघवेन्द्र राव गए। स्थिति बताई।
जया प्रदा नाराज हो गईं, लेकिन बाद में उन्होंने स्थिति को समझा और मान गईं। इस तरह से श्रीदेवी की हिम्मतवाला में एंट्री हुई और फिर उन्होंने इतिहास बना डाला।