शादी को लेकर सब लोगों के अलग-अलग विचार हैं। शादी का लड्डू ऐसा है कि खाने वाला भी पछताता है और न खाने वाला भी। कुछ लोग अरेंज मैरिज पर यकीन रखते हैं तो कुछ लव मैरिज पर। कुछ ऐसे भी हैं जिनका शादी पर ही यकीन नहीं है। ‘लाइफ पार्टनर’ की कहानी भी कुछ ऐसे ही लोगों के इर्दगिर्द घूमती है।
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करण (फरदीन खान) और संजना (जेनेलिया डिसूजा) एक-दूसरे को इतना चाहते हैं मानो वे ‘मेड फॉर इच अदर’ हो। अपने रिश्ते को और आगे ले जाने के लिए शादी उनका अगला कदम है। क्या ‘लव मैरिज’ के जरिये सही लाइफ पार्टनर चुना जा सकता है?
भावेश (तुषार कपूर) की लाइफ पार्टनर बनने के लिए प्राची (प्राची देसाई) को उसके घर वालों ने चुना है। क्या प्राची बहू की परिभाषा पर खरी उतर पाएँगी? क्या ‘अरेंज मैरिज’ के जरिये सही लाइफ पार्टनर चुना जा सकता है?
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जीत (गोविंदा) एक ऐसा वकील है जो ज्यादातर तलाक के केस लड़ता है। उसे शादी पर बिलकुल भी विश्वास नहीं है। क्या उसकी ‘नो मैरिज’ की नीति सही है? क्या जीत को कभी कोई लाइफ पार्टनर मिलेगा या वह शादी करेगा?
इन तीनों दोस्तों का शादी के प्रति अलग नजरिया है। कौन सही है और कौन गलत, इसके लिए देखना होगी ‘लाइफ पार्टनर’।