निर्माता : विक्रम एम. शाह निर्देशक : राजेश बच्चानी कलाकार : हुसैन कुवाजेरवाला, अंजलि पाटिल रिलीज डेट : 26 अप्रैल 2013
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फिल्म ‘श्री’ की कहानी एक साधारण आदमी में बसी असाधारण शक्तियों की दास्तां कहती है। ‘श्री’ एक टेलीकॉम कंपनी में काम करने वाला आम आदमी है। वह एक लड़की से प्यार करता है परंतु जब तक थोड़ा पैसा ना कमा ले, उससे शादी नहीं कर सकता।
एक अमीर बिजनेसमैन रंधावा, एक परीक्षण के लिए श्री को मनाकर चुन लेता है। इस प्रयोग में शहर का पुलिस कमिश्नर भी रंधावा का साथ देता है। कहा जाता है अगर प्रयोग सफल हो गया तो यह पूरी दुनिया के लोगों की जिंदगी को बदल देगा। उज्जवल और सफल भविष्य की उम्मीद में श्री अपनी जिंदगी के 12 घंटे उन्हें बेच देता है।
रंधावा, श्री को प्रयोग में 12 घंटे तक भाग लेने के लिए 20 लाख रूपए का ऑफर देता है। श्री को पैसे की जरूरत होने की वजह से वह रंधावा पर भरोसा करता है और अपनी जिंदगी के 12 घंटों का सौदा कर लेता है।
जैसे ही यह 12 घंटे शुरू होते हैं, श्री की साधारण जिंदगी में भूचाल आ जाता है। वैज्ञानिक और पुलिस कमिश्नर के कत्ल के इल्जाम में पुलिस और कई लोग उसके पीछे लग जाते हैं।
एक साधारण आदमी श्री, अब शहर का सबसे वांछित व्यक्ति बन जाता है। अब उसे अपनी बुद्धि का प्रयोग करके खुद की बेगुनाही साबित करना है। उसे अब एक साधारण व्यक्ति से असाधारण व्यक्ति बनना पड़ेगा।