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डू नॉट डिस्टर्ब : गोविंदा-डेविड की कमजोर फिल्म

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हमें फॉलो करें डू नॉट डिस्टर्ब

समय ताम्रकर

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बैनर : पूजा एंटरटेनमेंट (इंडिया) लि., बिग पिक्चर्स
निर्माता : वासु भगनानी
निर्देशक : डेविड धवन
संगीत : नदीम - श्रवण
कलाकार : गोविंदा, सुष्मिता सेन, लारा दत्ता, रितेश देशमुख, सोहेल खान, रणवीर शौरी, राजपाल यादव, मनोज पाहवा, विशेष भूमिका - रितुपर्णा सेनगुप्ता और सतीश कौशिक
* यू/ए सर्टिफिकेट * दो घंटे पाँच मिनट
रेटिंग : 2/5

कई कामयाब फिल्म देने वाली गोविंदा-डेविड धवन की सफल जोड़ी एक बार फिर ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ लेकर हाजिर है। उम्मीद ज्यादा होना स्वाभाविक है, लेकिन इस बार यह जोड़ी उम्मीद पर खरी नहीं उतरती। ऐसा लगता है कि दोनों के पास नया देने के लिए कुछ नहीं बचा है। अपनी ही पुरानी फिल्मों को देख इन्होंने नई फिल्म तैयार कर दी है। माना कि डेविड धवन की फिल्मों में दिमाग नहीं लगाया जाना चाहिए या उनकी फिल्म में कहानी पर गौर नहीं करना चाहिए, लेकिन ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ के कॉमेडी सीन दोहराव और बासीपन के शिकार हैं।

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एक अमीर और सफल पत्नी (सुष्मिता सेन) के पति (गोविंदा) का सुपरमॉडल (लारा दत्ता) से अफेयर चल रहा है। उसकी पत्नी को उस पर शक है। उससे बचने के लिए वह एक वेटर (रितेश देशमुख) को सुपरमॉडल का बॉयफ्रेंड बना देता है। इसके बाद शुरू होता है गलतफहमी का लंबा सिलसिला।

फिल्म की कहानी कमजोर है, इसलिए कॉमिक दृश्यों का सशक्त होना जरूरी है ताकि दर्शक कहानी को छोड़ इनका मजा ले सकें। यहीं पर फिल्म कमजोर साबित होती है। अधिकांश दृश्यों को देख हँसी नहीं आती बल्कि बोरियत पैदा होती है।

इंटरवल के बाद फिल्म में थोड़ी पकड़ आती है, लेकिन लेखक युनूस सेजवाल ने बात खत्म करने में बहुत लंबा समय लिया जिससे फिल्म अपना असर खो बैठती है। रणवीर शौरी के डबल रोल वाला घटनाक्रम और सोहेल खान वाला हिस्सा ठूँसा हुआ लगता है।

निर्देशक डेविड धवन फॉर्म में नजर नहीं आए और यही हाल गोविंदा का रहा। गोविंदा का अभिनय ‘अच्छे से बुरे’ के बीच झूलता रहा। अभिनय के नाम पर वे चीखे, चिल्लाए। अपने अलावा उन्होंने कई कलाकारों की मिमिक्री की और अपनी बासी अदाओं को दोहराया। थुलथुले गोविंदा को दो भूतपूर्व मिस यूनिवर्स के साथ रोमांस करते देखना अटपटा लगता है।

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लारा दत्ता निराश करती हैं। हास्य दृश्यों में अभिनय के नाम पर वे असहाय लगीं। सुष्मिता सेन का अभिनय ठीक है, लेकिन उनका वजन बहुत बढ़ गया है। रितेश देशमुख, रणवीर शौरी, मनोज पाहवा और राजपाल यादव ने अपने अभिनय के जरिये थोड़ा हँसाया है। सोहेल खान की भूमिका में कोई दम नहीं है, इसलिए वे कोई असर नहीं छोड़ पाए। अरसे बाद फिल्म में संगीत दे रहे नदीम-श्रवण ने सुनने लायक एक-दो धुनें बनाई हैं।

कुल मिलाकर ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ डेविड-गोविंदा की एक कमजोर फिल्म है।

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