Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

स्टुडेंट ऑफ द ईयर ‍: फिल्म समीक्षा

Advertiesment
हमें फॉलो करें स्टुडेंट ऑफ द ईयर
PR
बैनर : धर्मा प्रोडक्शन्स, रेड चिली एंटरटेनमेंट
निर्माता : हीरू जौहर, गौरी खान
निर्देशक : करण जौहर
संगीत : विशाल-शेखर
कलाकार : सिद्धार्थ मल्होत्रा, वरुण धवन, आलिया भट्ट, ऋषि कपूर, रोनित रॉय, मेहमान कलाकार - बोमन ईरानी, फराह खान, काजोल
सेंसर सर्टिफिकेट : यूए * सेंसर सर्टिफिकेट नंबर : सीआईएल/2/137/2012
* लंबाई : 3988.40 मीटर्स * 16 रील * 2 घंटे 25 मिनट

वयस्क होने की दहलीज पर खड़े किरदारों को लेकर बहुत कम‍ फिल्में बनती हैं जबकि फिल्म देखने वाले दर्शकों में सबसे ज्यादा प्रतिशत इसी वर्ग का होता है। करण जौहर ने अपने करियर में पहली बार साहस दिखाते हुए नए कलाकारों के साथ इस वर्ग के लिए ‘स्टुडेंट ऑफ द ईयर’ बनाई है। वैसे फिल्म निर्माता के रूप में उन्होंने शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान को अपना पार्टनर बनाया है क्योंकि बिना शाहरुख के वे कुछ नहीं सोच सकते हैं।

माई नेम इज खान के जरिये करण ने अपना ट्रेक बदला था, लेकिन ‘स्टुडेंट ऑफ द ईयर’ के जरिये वे एक बार फिर अपने चिर-परिचित डांस-सांग-रोमांस और स्टाइलिश सिनेमा की ओर लौट गए हैं। ‘स्टुडेंट ऑफ द ईयर’ में ऐसा कुछ भी नहीं है जो हिंदी सिनेमा के स्क्रीन पर अब तक नजर नहीं आया हो। फिल्म पूरी तरह फॉर्मूलाबद्ध है, लेकिन जिस तरह से एक अनुभवी रसोइया आपकी पसंदीदा डिश को उन्हीं मसालों के साथ और स्वादिष्ट बना देता है वही काम करण जौहर ने किया है।

करण ने अपनी टॉरगेट ऑडियंस की पसंद को ध्यान में रखा है, उनके प्रस्तुतिकरण में ताजगी और मनोरंजन के तत्व शामिल हैं, इस वजह से ‘स्टुडेंट ऑफ द ईयर’ एक मनोरंजक फिल्म के रूप में सामने आती है।

सेंट टेरेसा हाई स्कूल के तीन स्टुडेंट्स अभिमन्यु सिंह (सिद्धार्थ मल्होत्रा), रोहन नंदा (वरुण धवन) और शनाया सिंघानिया (आलिया भट्ट) के इर्दगिर्द कहानी घूमती है। अभिमन्यु और रोहन की पारिवारिक पृष्ठभूमि बेहद अलग है।

रोहन के पिता के पास अरबों रुपये हैं, जबकि अभिमन्यु के माता-पिता अब दुनिया में नहीं रहे और भैया-भाभी के भरोसे वह पलता है। अब ये मत पूछिए कि फाइव स्टार होटल जैसे नजर आने वाले स्कूल का खर्चा उसके भैया कैसे उठाते हैं। यहां गरीब, गरीब इसलिए है कि उसके पास फेरारी कार नहीं है। करण जौहर के लिए गरीबी की परिभाषा थोड़ी अलग होती है।

webdunia
PR
अभि और रो में बिलकुल नहीं पटती। वे दोस्त बनते हैं, लेकिन उनके रिश्ते तब और बिगड़ जाते हैं जब उनके बीच शयाना आ जाती है। फिर दोनों में स्टुडेंट ऑफ द ईयर का मुकाबला शुरू हो जाता है और प्यार, नफरत और ईर्ष्या जैसी भावनाएं देखने को मिलती हैं।

स्क्रिप्ट में कई खामियां हैं। जैसे यह स्कूल नहीं बल्कि शानदार होटल नजर आता है। सारे स्टुडेंट्स इंटरनेशनल ब्रांड के कपड़े पहने और ब्यूटी पार्लर से निकले नजर आते हैं। साथ ही स्टुडेंट ऑफ द ईयर के लिए जिस तरह से छात्रों के बीच प्रतियोगिता करवाई जाती है, उसमें लड़के और लड़कियों की साथ में साइकिलिंग, तैराकी और दौड़ करवाई जाती है, जो कि पूरी तरह गलत है।

हालांकि फिल्म के अंत में एक स्टुडेंट इस बात को उठाता भी है, लेकिन हैरत इस बात को लेकर होती है कि क्या पच्चीस वर्षों से चली आ रही इस प्रतियोगिता को लेकर किसी के भी दिमाग में इस तरह का प्रश्न नहीं आया।

स्क्रिप्ट की इन कमियों का असर करण अपने शानदार निर्देशन से कम कर देते हैं। उन्होंने फिल्म की गति बेहद तेज रखी है, जिससे दर्शकों को ज्यादा सोचने का अवसर नहीं मिलता। साथ ही किरदार इतने सशक्त हैं कि कहानी पर वे हावी हो जाते हैं, जिससे कई खामियां छिप जाती हैं। छोटे-छोटे दृश्यों से दर्शकों को हंसाया गया है और कहानी को आगे बढ़ाया गया है।

सिद्धार्थ मल्होत्रा, वरुण धवन और आलिया भट्ट के रूप में तीन नए कलाकार बॉलीवुड को मिले हैं। आलिया एक्टिंग के मामले में थोड़ी कमजोर हैं, लेकिन वक्त के साथ-साथ वे सीख जाएंगी। वे ही इस फिल्म में एकमात्र ऐसी कलाकार हैं जो अपनी उम्र के मुताबिक नजर आती हैं। उनकी खूबसूरती और मासूमियत आकर्षित करती है।

webdunia
PR
तीनों में सबसे ज्यादा दम वरुण धवन में नजर आता है। वरुण न केवल डांस में माहिर हैं बल्कि उनके चेहरे पर हर तरह के भाव आते हैं, ऊंचाई के मामले में वे जरूर मार खाते हैं। सिद्धार्थ मल्होत्रा का चेहरा सख्त है और रोमांस करते समय भी यह सख्त बना रहता है। लेकिन अपने किरदार को वे स्टाइल और एटीट्यूड देने में कामयाब रहें। तीनों के दोस्त बने कलाकारों का काम भी उम्दा है। ऋषि कपूर डीन बने हैं जो जॉन अब्राहम को देख ‘आहें’ भरता है।

विशाल-शेखर का संगीत इस फिल्म का प्लस पाइंट है। कई गानों में उन्होंने पुराने हिट गानों का उपयोग किया है। प्रोडक्शन के नजरिये से फिल्म रिच है और किसी किस्म की कंजूसी नहीं की गई है।

यदि आप हल्की-फुल्की और बबलगम रोमांस टाइप फिल्में पसंद करते हैं तो ‘स्टुडेंट ऑफ द ईयर’ देखी जा सकती है।

रेटिंग : 3/5
1- बेकार, 2-औसत, 3-अच्छी, 4-बहुत अच्छी, 5-अद्भुत

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi