निर्देशक : डेविड येट्सपटकथा लेखक : माइकल गोल्डनबर्गकलाकार : डेनियल रेडक्लिफ, एमा वॉटसन, रूपर्ट ग्रिंट, इमेल्दा स्टॉनटन, माइकल गेम्बन, ग्रे ओल्डमैन हैरी मेलिंग, चो चाँग
हैरी पॉटर श्रृंखला की फिल्मों के मुख्य किरदार डेनियल रेडक्लिफ, एमा वॉटसन और रूपर्ट ग्रिंट अब बच्चे नहीं रहे हैं, बल्कि टीनएजर्स हो गए हैं। उनकी उम्र बढ़ने के कारण हैरी पॉटर एंड द ऑर्डर ऑफ फिनिक्स की कहानी में मौज-मस्ती का स्थान गंभीरता ने ले लिया है।
फिल्म की कहानी बड़ी सरल और सीधी है। अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई को दिखाया गया है। हैरी को वोल्डमार्ट से चुनौती मिलती है। एक षड्यंत्र के तहत मिनिस्ट्री ऑफ मैजिक डोलोरस अम्ब्रिज को हॉगवर्ड में पहुँचाता है।
अम्ब्रिज का पढ़ाने का अंदाज एकदम जुदा है। वह जादू बंद करवाकर सिर्फ किताब पढ़ने को कहती है। हैरी उसकी साजिश को समझ जाता है। वह अपने दोस्तों को इकट्ठा कर बचाव के तरीके बताता है, ताकि आने वाले हर खतरे से निपटा जा सकें।
हैरी के साथ हेडमास्टर डम्बलडोर, प्रोफेसर मूडी और सायरस ब्लैक रहते हैं। अम्ब्रिज हैरी को रोकने की पूरी कोशिश करती है, लेकिन अंत में हैरी की ही जीत होती है।
इस फिल्म में पुरानी फिल्मों के कई संदर्भ और चरित्र लिए गए हैं, इसलिए जो दर्शक पहली बार हैरी पॉटर की फिल्म देख रहे हों, उन्हें इस फिल्म को समझने में काफी कठिनाई महसूस होगी।
मुख्य कथानक के साथ स्कूल में फैला भ्रष्टाचार और एक टीनएजर्स को होने वाली समस्या जैसे उपकथानकों को गूँथा गया है। सवा दो घंटे में इतनी सारी कहानियों को समेटने का श्रेय पटकथा लेखक माइकल गोल्डनबर्ग को दिया जाना चाहिए।
शुरूआत के 20 मिनट फिल्म सुस्त रफ्तार से चलती है, लेकिन इसके बाद घटनाक्रम इतने तेजी से चलते हैं कि कुछ सोचने का मौका नहीं मिलता। हर पल आगे क्या होने वाला है, इसका अंदाजा लगाना बेहद कठिन है।
हैरी पॉटर की पिछली फिल्मों में जबरदस्त स्पेशल इफेक्ट और जादू के खेल देखकर चकित रह जाने वाले दर्शक अगर इस फिल्म में भी वैसी ही आशा लेकर जाते हैं तो उन्हें निराश होना पड़ सकता है। मुख्य किरदारों की उम्र बढ़ जाने के कारण निर्देशक ने ऐसे दृश्यों को ज्यादा प्रमुखता नहीं दी हैं।
हैरी और चो चैंग (कैटल लंग) के बीच एक चुंबन दृश्य भी है जो यह इंगित करता है कि हैरी जवानी की दहलीज पर खड़ा है।
डेविड येट्स का निर्देशन अच्छा है, लेकिन उन्होंने छोटे बच्चों का ध्यान नहीं रखा है। हैरी के चमत्कार देखने वाले बच्चों की संख्या कई गुना है। फिल्म का तकनीकी स्तर बहुत ऊँचा है।
डेनियल रेडक्लिफ, एमा वॉटसन, रूपर्ट ग्रिंट के अभिनय में परिपक्वता आ गई है। उनके अन्य साथियों ने भी अच्छा अभिनय किया है। माइकल गेम्बन और ग्रे ओल्डमैन का अभिनय भी प्रभावशाली है, लेकिन बाजी मार ले जाती है अम्ब्रिज बनीं इमेल्दा स्टॉनटन। वह जब पहली बार परदे पर आती है तो कुछ सेकंडों बाद ही उससे नफरत होने लगती है। हमेशा मुस्कुराते हुए उसे अपने विद्यार्थियों को सताने में बड़ा मजा आता है।
कुल मिलाकर हैरी पॉटर एंड द ऑर्डर ऑफ फिनिक्स देखकर छोटे बच्चे निराश होंगे। पिछली चार फिल्मों के मुकाबले यह कमजोर लगती है।