मैरी को कोई पहचानता नहीं है जिसका उन्हें बुरा लगता है। विश्व विजेता खिलाड़ी को फेडरेशन का अदना ऑफिसर ऑफिस के बाहर घंटों इंतजार करवाता है। मैरीकॉम की वापसी को लेकर रूकावटें खड़ी की जाती हैं। उनसे माफीनामा मांगा जाता है। एक चैम्पियन खिलाड़ी के लिए यह सब अपमानजक है, लेकिन खेल के प्रति प्रेम के चलते मैरी कॉम यह सब सहन करती है और फिर बॉक्सिंग रिंग में उतरती है। खिलाड़ी के साथ हमारे यहां इस तरह का व्यवहार आम बात है, सभी जानते हैं, लेकिन जब स्क्रीन पर यह नजारा देखते हैं तो बहुत दु:ख पहुंचता है। मैरी रिंग में उतरकर फिर विश्व चैम्पियन का खिताब अपने नाम करती हैं।