महँगाई से वित्तमंत्री चिंतित
कहा- अगले साल कम रहेगी औसत मुद्रास्फीति
सरकार ने सोमवार को कहा कि महँगाई प्रमुख चिंता बनी हुई है, साथ ही उसने भरोसा जताया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति से यह आगामी महीनों में नीचे आएगी।
वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने वित्त वर्ष 2011-12 का बजट पेश करते हुए कहा कि मुद्रास्फीति निश्चित रूप से चिंता बनी हुई है पर मुझे उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक के नीतिगत उपायों से आगामी महीनों में यह नीचे आएगी। औसत मुद्रास्फीति अगले साल कम रहेगी।
उन्होंने हालाँकि इस बात पर जोर दिया कि मुद्रास्फीति विशेषकर खाद्य वस्तुओं के ऊँचे दाम चिंता का सबब बने हुए हैं। वित्तमंत्री ने कहा कि थोक और खुदरा मूल्यों में को पाटने के लिए वितरण और विपणन प्रणाली में सुधार की जरूरत है।
मुखर्जी ने कहा कि थोक और खुदरा मूल्यों में अंतर को स्वीकार्य नहीं किया जा सकता। खाद्य वस्तुओं की ऊँची कीमतों के बारे में वित्तमंत्री ने कहा कि कुल खाद्य मुद्रास्फीति फरवरी, 2010 के 20.4 प्रतिशत के स्तर से जनवरी, 2011 में 9.3 फीसद पर आ गई है। वित्तमंत्री ने जोर देकर कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति पर अंकुश के लिए कृषि उत्पादन को बढ़ाने की जरूरत है। (भाषा)