भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष में वैश्विक आर्थिक मंदी से पूर्व की 9 फीसदी की वृद्धि दर के स्तर पर फिर से पहुँच जाएगी।
वित्त वर्ष 2011-12 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वर्ष 2011-12 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था 9 प्रतिशत (चौथाई फीसदी उपर या नीचे) की दर से बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था मंदी पूर्व के वृद्धि की रफ्तार को फिर से हासिल कर लिया है, लेकिन माँग और आपूर्ति पक्ष के बीच समायोजन की जरूरत है।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) द्वारा आज जारी किए आँकड़ों के मुताबिक तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान देश आर्थिक वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही है। (भाषा)