सरकार ने रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध इस्तेमाल सहित कई कारणों से मृदा उर्वरता में गिरावट पर चिंता जताते हुए इस पर ध्यान देने की जरूरत जताई है। सरकार ने इस दिशा में कदम उठाते हुए परंपरागत खेती को बढ़ावा देने का फैसला किया है।
वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा में आम बजट पेश करते हुए कहा कि खाद्यान्नों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए उपज बढ़ाने तथा उत्पादकता में सततता लाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध इस्तेमाल सहित अन्य कारणों के चलते मृदा के उपजाऊपन में कमी आई है जल प्रदूषण बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने उपरोक्त मुद्दों के समाधान के लिए जैविक कृषि पद्धतियों, हरी खाद के उपयोग, जैव वैज्ञानिक कीट नियंत्रण तथा खरपतवार निवारण प्रबंधन को बढ़ावा देने का प्रस्ताव किया है। (भाषा)