चीन की सीमा पर बिछाएंगे रेल का जाल
नई दिल्ली , बुधवार, 14 मार्च 2012 (13:22 IST)
चीन द्वारा भारतीय सीमा के पास सड़कों और रेलों के नेटवर्क के ताबड़तोड़ विकास का मुकाबला करने के लिए रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने सीमांत इलाकों में रेल सुविधाओं के विकास की परियोजनाओं को बढ़ावा देने की आज घोषणा की।रेल बजट पेश करते हुए लोकसभा में त्रिवेदी ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि पड़ोसी देश अपने क्षेत्र में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और रेल नेटवर्क का विकास कर रहे हैं और भारत को इसे देखते हुए अपने सीमांत क्षेत्र की रेल परियोजनाओं पर खास ध्यान देना होगा।उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के अलावा पूर्वोत्तर क्षेत्र में सीमांत इलाकों की रेल परियोजनाओं को विशेष तवज्जो देने की सोची है। उन्होंने कहा कि पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री रेल विकास परियोजना की शुरुआत की और सीमांत क्षेत्रों का नेटवर्क भी इसके दायरे में आता है। इस परियोजना के लिए पांच लाख करोड़ रुपए के अतिरिक्त फंड की जरूरत है।त्रिवेदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कठुआ-किश्तवाड़ की रेल परियोजना पर भी उनका मंत्रालय विशेष ध्यान देगा।रेल मंत्री ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में रेल नेटवर्क को मजबूत बनाने की घोषणा ऐसे समय की है जब चीन ने अपने क्षेत्र में भारतीय सीमा तक अपने बुनियादी ढांचे का जबर्दस्त विकास कर लिया है। दूसरी ओर अरुणाचल प्रदेश में रेलवे की तीन सीमांत परियोजनाएं अभी तक अधर में झूल रही हैं।धन की कमी की ओर इशारा करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि उनके पास लंबित परियोजनाओं का बड़ा टोकरा बन गया है। इनमें 487 परियोजनाएं धन के अभाव में खरामा खरामा चल रही हैं। इन परियोजनाओं को पूरा करना है तो एक लाख करोड़ रुपए के अतिरिक्त प्रावधान की आवश्यकता है। रेल मंत्री ने कहा कि अगर पर्याप्त बजटीय समर्थन नहीं मिला तो ये परियोजनाएं समय पर पूरी नहीं हो पाएंगी। (वार्ता)