नई दिल्ली। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को बताया कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन परियोजना को आगे बढ़ने के साथ ही 2 वर्ष के भीतर बुलेट ट्रेन जैसी ‘ट्रेन सेट’ दौड़ाने का भी संकेत दिया जिससे यात्रा समय में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आ जाएगी।
प्रभु ने लोकसभा में रेल बजट पेश करते हुए कहा कि बेहतर यात्रा अनुभव प्राप्त करने और यात्रा समय में लगभग 20 प्रतिशत की कमी करने के उद्देश्य से एक आधुनिक गाड़ी प्रणाली जिसे ‘ट्रेन सेट’ कहा जाता है, को शुरू करने का प्रस्ताव है। यह डिजाइन में बुलेट ट्रेन के समान है और इन्हें इंजन के बिना मौजूदा पटरियों पर भी चलाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि अगले 2 साल के अंदर ट्रेन सेट गाड़ियों का पहला सेट पटरियों पर दौड़ने लगेगा। इसके परिणामस्वरूप रेलवे को उच्चतर क्षमता उपलब्ध होगी और ऊर्जा की अधिक बचत होगी।
मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की महत्वाकांक्षी योजना के बारे में रेलमंत्री ने कहा कि हम अत्यंत जोश के साथ इस उच्च रफ्तार की रेलगाड़ियां चलाने की अपनी विशेष परियोजनाओं को जारी रखेंगे।
उन्होंने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के संदर्भ में व्यावहारिकता अध्ययन अंतिम चरण में है और इसकी रिपोर्ट इस वर्ष के मध्य तक प्राप्त हो जाने की उम्मीद है। यह रिपोर्ट प्राप्त हो जाने के बाद इस बारे में ‘त्वरित और उपयुक्त’ कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही उन्होंने बताया कि हीरक चतुर्भुज पर अन्य हाईस्पीड मार्गों के संबंध में भी अध्ययन शुरू किए जा रहे हैं। (भाषा)