नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल यात्री किराए में कोई वृद्धि नहीं करने की घोषणा करते हुए गुरुवार को अपने पहले रेल बजट में निवेश को बढ़ाने, रेलवे में साफ-सफाई और यात्री सुविधाओं के विस्तार, यात्री एवं माल परिवहन क्षमता में विस्तार के साथ 11 क्षेत्रों में मिशन के रूप में काम करने पर जोर दिया।
वर्ष 2015-16 का रेल बजट प्रस्तुत करते हुए प्रभु ने लोकसभा में यात्रियों को सुखद यात्रा का आभास देने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि मैंने यात्री किराये में वृद्धि नहीं की है। हम विभिन्न उपाए करके भारतीय रेल की यात्रा को एक सुखद अनुभव बनाने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने बुलेट जैसी बिना इंजन वाली ‘ट्रेन सेट’ नामक आधुनिक गाड़ी प्रणाली चलाने का भी प्रस्ताव किया है जिससे यात्रा समय में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आ सकेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो साल के भीतर यह ट्रेन सेट प्रणाली की गाड़ियों का पहला सेट पटरियों पर दौड़ने लगेगा।
रेल मंत्री ने जिन 11 क्षेत्रों में सुधार के लिए विशेष ध्यान देने की घोषणा की है, उनमें साफ सफाई, बिस्तर, हेल्पलाइन, टिकट, खानपान, प्रौद्योगिकी का अधिकाधिक उपयोग करना, निगरानी, मनोरंजन, गाड़ी क्षमता में वृद्धि, आरामदायक यात्रा शामिल हैं।
बजट में स्टेशनों के पुनर्विकास, नेटवर्क के विस्तार, सुरक्षा एवं संरक्षा, प्रबंध प्रक्रिया एवं प्रणालियों में सुधार, रेलवे की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाने के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी), वैश्विक एवं निजी संगठनों के साथ सहयोग की पहल की घोषणा की गई है। बजट में मानव सांसाधन विकास, उर्जा संरक्षण पर भी ध्यान दिया गया है।
गाड़ियों में कंफर्म सीटों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए रेल मंत्री ने कहा कि सवारी डिब्बो की संख्या में वृद्धि करके अधिक बर्थ उपलब्ध करायी जायेंगी और कुछ चिन्हित गाड़ियों की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से उनमें मौजूद 24 सवारी डिब्बों के स्थान पर 26 डिब्बे जोड़े जायेंगे।
इसके अलावा आम जनता के लिए चिन्हित गाड़ियों में अनारक्षित डिब्बों की संख्या भी बढ़ायी जाएगी। (भाषा)