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Thursday, 13 March 2025
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नगर निगम ने नहीं किया चूने का छिड़काव

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हमें फॉलो करें नगर निगम ने नहीं किया चूने का छिड़काव
बुरहानपुर , गुरुवार, 9 जून 2011 (14:34 IST)
ताप्ती नदी में मछलियों को बचाने के लिए चूने का छिड़काव करने के फैसले को नगर निगम ने क्रियान्वित नहीं किया। इस मामले में नगर निगम और मत्स्य विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ने में लगे हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों नागझिरी घाट के समीप ऑक्सिजन की कमी के कारण बड़ी संख्या में मछलियाँ मृत पाई गई थी। इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर ने मछलियों को बचाने के लिए मत्स्य विभाग को निर्देश दिए थे। मत्स्य विभाग द्वारा की गई जाँच में पाया गया कि नदी के पानी में ऑक्सिजन की मात्रा कम हो गई है। इसके लिए मत्स्य विभाग ने नदी में चूने का छिड़काव किए जाने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा। इस बारे में नगर निगम आयुक्त ने भी कहा था कि बुधवार को ताप्ती में चूने का छिड़काव किया जाएगा लेकिन बुधवार को छिड़काव नहीं किया गया।
लिखित निर्देश नहीं मिला
इस बारे में नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी रमेश महाजन ने कहा किमत्स्य विभाग ने हमे लिखित में चूना छिड़काव के आदेश नहीं दिए और न ही चूने की मात्रा के बारे में बताया।
पत्र दिया गया
मत्स्य विभाग के अधिकारी श्री भटनागर का कहना है कि इस संबंध में नगर निगम को पत्र लिखा जा चुका है।
मत्स्य विभाग और नगर निगम द्वारा एक-दूसरे पर जिम्मेदारी ढोलने से साफ है कि दोनों विभाग लापरवाही बरत रहे हैं। यही कारण है कि मछलियों की मौत के 4 दिनों बाद भी चूने का छिड़काव नदी में नहीं किया गया।
वर्षाकाल का समय मछलियों का प्रजनन काल होता है। वर्षा प्रारंभ होने के पूर्व ही समूचे क्षेत्र में प्रशासन द्वारा निर्देश दिए जाते हैं कि मछलियों के शिकार पर प्रतिबंध लगाया जाए। साथ ही इनकी सुरक्षा के इंतजाम किए जाए। किन्तु बुरहानपुर जिले में शायद मछलियों को सहेजने की दिशा में नगर निगम कोई कदम उठाना उचित नहीं समझ रहा।

गुरुवार से होगा अंक सूची का वितरण
बुरहानपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड भोपाल द्वारा ली गई हायर सेकेंडरी परीक्षा की अंक सूचियों का वितरण गुरुवार से किया जाएगा। उक्त जानकारी सुभाष उत्कृष्ट स्कूल के उप प्राचार्य नरेन्द्र मोदी ने दी है। उन्होने बताया कि गुरुवार से संस्था प्रमुखो को अंक सूची वितरित की जाएगी। वे अपनी सुविधा अनुसार अपने सेंटरो पर अंक सूची बाटेगें।-निप्र
रविन्द्र पांडे बुरहानपुर।
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गंदे पानी की निकासी की नहीं हो सकी व्यवस्था
बुरहानपुर। ताप्ती नदी में प्रदूषण रुकने का नाम नहीं ले रहा। इसे लेकर शासन-प्रशासन तमाम दावें किए जाते है। किन्तु हकीकत में यहां प्रदूषण रुकने का नाम नहीं ले रहा। यहां आज भी शहर के गंदे पानी का नाला नदी में सिधे मिलाया गया है। वर्तमान स्थिति में जैनाबाद की ओर जाने के लिए बनाए गए रपटा में नदी को 2 भागो में बाट दिया है। इसके कारण नदी का बहाव पूरी तरह थम गया है। रुके हुए पानी का रंग भी हरा हो गया है। रुके पानी में शहर का गंदा पानी एवं कचरा मिल रहा है। साथ ही यहां मवेशी को भी नहलाया जाता है। जिसके कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। इस वर्ष पडने वाली तेज गर्मी के कारण ताप्ती नदी के बहने का सिलसिला थम गया है। नदी में पानी की मात्रा में कमी आई है। पानी के भीतर रहने वाली चट्टाने भी अब उभर कर साफ दिखाई दे रही है, यही कारण है कि यहां जमा हुआ पानी प्रदूषित होने लगा है। नालो का दूषित पानी सिधे नदी में मिलाए जाने की परंपरा आज भी जारी है। जबकि शहर के गंदे पानी के नाले में पाईप के द्वारा शहर से दूर ले जाकर नदी में मिलाए जाने की योजना एक वर्ष बाद भी अधूरी पडी है। इस संबंध में जब नगर निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव से पूछा गया, तो उन्होने कहा कि पाईप नीचे डालने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिली। खोदते समय वहां चट्टाने पाई गई। चट्टानो को आसानी से नहीं फोडा जा सकता। इसके लिए ब्लास्टिंग की आवश्यकता होती है। जिसे करने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। यही कारण है कि पाईप डालने का कार्य पिछडता जा रहा है। किन्तु नगर निगम द्वारा कर्मचारियों को लगाकर हाथो से चट्टानो को टुडवाया जा रहा है। बहुत ही जल्द पाईप डाल दिया जाएग।

नदी के पानी को शुद्घ करने की दिश में पिछले माह एक नीजि संस्था सामने आई थी। जब उसके कार्यकर्ताओं ने नदी से कचरा आदि निकाला था। लेकन फिर उसके बाद नगर निगम प्रशासन ने भी इस ओर ध्यान देना बंद कर दिया। राजघाट के समीप नदी का पानी इकट्ठा हो गया है तथा जिसमें गंदा पानी एवं कचरा साफ दिखाई दे रहा है। पानी का बहाव रुक जाने से यह जल ओर प्रदूषित होता जा रहा है। धार्मिक रुप से महत्व रखने वाली ताप्ती नदी के पानी में स्वच्छता बनाए रखने के लिए आज भी ठोस रणनीति का स्पष्ट अभाव देखा जा रहा है।-निप्र
रविन्द्र पांडे बुरहानपुर।

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