किसी व्यक्ति की जैसी सोच होती है, उसी के मुताबिक काम की दिशा तय होती है। विचार करने की सही दिशा भविष्य को संवारने में निर्णायक होती है। वैचारिक शक्ति जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उपयोगी है। विचारशील व्यक्ति ही महत्वपूर्ण योजनाएं बनाकर सफलता प्राप्त करते हैं। विचार करके जिस दिशा में भी कदम रखेंगे, उसमें मजबूती होगी। सही विचार के लिए जरूरी है सकारात्मक सोच। यदि सोच सकारात्मक है तो आधी लड़ाई तो समझो जीत ली।
मनुष्य को किसी भी कार्य करने के लिए विचारों की आवश्यकता पड़ती है। बिना विचार किए लिया गया निर्णय कभी भी अपेक्षित परिणाम नहीं देगा। प्रत्येक व्यक्ति चाहे गरीब हो या अमीर, शिक्षित हो या अशिक्षित, विचार जरूर करता है। व्यक्ति की सोच के अनुरूप ही कार्य की दिशातय होती है। विचार करने की सही दिशा भविष्य को संवारने में निर्णायक होती है। वैचारिक शक्ति जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उपयोगी है। विचारशील व्यक्ति ही महत्वपूर्ण योजनाएं बनाकर सफलता प्राप्त करते हैं। विचार करके जिस दिशा में भी कदम रखेंगे, उसमें मजबूती होगी। जीवन का दृष्टिकोण बदलने में अहम भूमिका निभाते हैं विचार। अच्छे विचारों को ग्रहण करने तथा बुरे विचारों को निकाल फेंकने के लिए दृढ़ निश्चय की आवश्यकता है। असफलता तथा निराशा रूपी विचार मन में होना सुख-समृद्धि के विरुद्ध है। इसलिए मन में सदा उत्साह बनाए रखिए और निरंतर सुख-समृद्धि की कामना करते रहिए। मन विचार रूपी खेत है। उसमें जैसे बीज डालेंगे वैसी ही फसल कटेगी। समृद्धि के बीज बोएंगे तो समृद्धि काटेंगे और निराशा के बीज बोएंगे तो असफलता ही हासिल होगी। विचार निराशाजनक नहीं होने चाहिए। उसमें साहस, विश्वास तथा आशा का संगम होना चाहिए। विचारों को सबसे अधिक ताकत सकारात्मक सोच से मिलती है। सकारात्मक सोच से काम करने की दिशा सही होगी। न भटकाव होगा, न ठहराव। विचारों को सही दिशा देने के लिए इन बातों पर गौर करना जरूरी है। सकारात्मक दृष्टिकोण रखकर ही विचार प्रकट कीजिए। नकारात्मक चिंतन वाला व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से तिरस्कार का भाजन बनता है। उससे मिलने में किसी को प्रसन्नाता नहीं होती है। आशावादी विचारों को मन में रखकर निरंतर दोहराते रहिए। आप स्वयं महसूस करेंगे कि कदम सफलता की ओर बढ़ रहे हैं।