टेक्निकल राइटिंग: इस विधा में है दम
- मिताली
बहुत से लोगों की लेखनी में ऐसा दम होता है कि वह लोगों को पढ़ने पर मजबूर कर देते हैं। अगर आपका नाम भी उन लोगों में शुमार है तथा आप आईटी सेक्टर की जानकारी रखते हैं तो आप टेक्निकल राइटर के रूप में बेहतर भविष्य की कल्पना कर सकते हैं। टेक्निकल राइटर का काम है किसी विशेष उपभोक्ता वर्ग के लिए उत्पाद या सेवा के बारे में सरल तरीके से आवश्यक जानकारी मुहैया कराना। किसी किसी कंपनी में टेक्निकल राइटर को इन्फॉरमेशन डेवलपर्स, डाक्यूमेंटेशन स्पेशलिस्ट, डाक्यूमेंटेंशन इंजीनियर्स या टेक्निकल कंटेट डेवलपर्स भी कहा जाता है।कार्यक्षेत्रटेक्निकल राइटर के काम का दायरा विभिन्न क्षेत्रों व नियोक्ता की मांग के अनुरूप तय होता है। वह केवल उत्पाद की विशेषताओं व क्रियान्वयन का सरलीकरण ही नहीं करते बल्कि संगठनात्मक प्रक्रिया व उससे संबंधित अधिनियमों, नियमों आदि का स्पष्ट प्रस्तुतिकरण भी यही करते हैं। कंपनी अपने उत्पाद और उसके प्रयोग को वस्तु के उपभोक्ता तक पहुँचाने के लिए जो ब्राउशर, लेटर या प्रॉस्पेक्टस आदि बनवाती है, वह टेक्निकल राइटर की मदद से ही बनाए जाते हैं। इसके अलावा सामान्यतः राइटर्स प्रोजेक्ट्स, रिसर्च मेटिरियल, यूजर गाइड, ऑनलाइन रिपोर्ट्स, ग्राफिकल प्रेजेंटेंशन, जर्नल्स आदि बनाने का भी कार्य करते हैं।व्यक्तिगत गुणसरल व प्रभावपूर्ण भाषा का प्रयोग करना ताकि उपभोक्ता वस्तु के बारे में आसानी से समझ सके। अंग्रेजी, हिंदी भाषा के अलावा स्थानीय भाषा पर अच्छी पकड़ होना।योग्यताइस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए किसी विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं होती। बस, इससे संबंधित कोर्स कर लेना काफी होता है। देश के कुछ शिक्षण संस्थानों में टेक्निकल राइटिंग में डिग्री और डिप्लोमा से लेकर सर्टिफिकेट कोर्सेस भी चलाए जा रहे हैं। कुछ संस्थान ऑनलाइन शिक्षण भी देते हैं। पत्रकारिता और जनसंचार, विज्ञापन, सूचना प्रौद्योगिकी व अंग्रेजी साहित्य में डिग्री हासिल कर चुके व्यक्ति इस ओर नई संभावनाएँ खोज सकते हैं।कंप्यूटर का वांछित ज्ञानपब्लिशिंग से जुड़ी बातों की अच्छी समझ। उत्पाद के ज्ञान के अलावा उसकी प्रौद्योगिकी की जानकारी होना।संभावनाआम लोगों के लिए इंजीनियरिंग और डिजाइनिंग से संबंधी जटिल जानकारी को सरल ढंग से उपलब्ध करवाने का कार्यभार टेक्निकल राइटर ही संभालते हैं इसलिए सूचना प्रौद्योगिकी में टेक्निकल राइटर की माँग बढ़ती ही जा रही है। बड़ी-बड़ी आईटी कंपनियों जैसे-टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, इन्फोटेक आदि में तो हमेशा ही टेक्निकल राइटर्स की आवश्यकता पड़ती रहती है। विज्ञापन एजेंसियों, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फर्मों, मीडिया में काफी संभावनाएँ मौजूद हैं। सरकारी तंत्र में भी इनकी सेवाएँ ली जाती हैं। अगर आप किसी नियोक्ता से जुड़कर काम नहीं करना चाहते तो फ्रीलांसर के तौर पर भी काम कर सकते हैं। क्या कहती है रिपोर्टयूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ लेबर की रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र में बहुत तेजी से ग्र्रोथ हो रही है तथा इसने बहुत कम समय में अपनी पैठ बना ली है। जिसके चलते टेक्निकल राइटिंग का काम आउटसोर्स होकर भारत में आ रहा है। इस क्षेत्र में 10.7 प्रतिशत से इजाफा हुआ है।प्रमुख संस्थान :डाक्यूमेंटेंशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर, बेंगलुरु फॉर-सी कंटेंट एक्सपर्ट्स, बेंगलुरुइंटीग्रेटिड क्वालिटी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, बेंगलुरु