अगर आपकी रुचि अपने धर्म या अध्यात्म में है तो आप सेना में धर्मगुरु बनकर करियर बना सकते हैं। भारतीय सेना अलग-अलग धर्मों के अनुसार धर्मगुरुओं की नियुक्ति करती है, जैसे हिन्दू धर्म के लिए पंडितों की, मुस्लिम धर्म के लिए मौलवियों की, सिख धर्म के ग्रन्थी, ईसाई धर्म के लिए पादरी।
ये धर्मगुरु सेना द्वारा संचालित मंदिरों, मस्जिद, गुरुद्वारों पूजन, इबादत इत्यादि का कार्य संपन्न करते हैं। इसके अलावा उन्हें अपने धर्म के उपदेश भी देते और आध्यामिक रूप से इनका मार्गदर्शन भी करते हैं। सैनिकों के रीति-रिवाज आदि की जानकारी भी इन धर्मगुरुओं को रहती है।
धर्मगुरु बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता किसी भी विषय में स्नातक और संबंधित धर्म डिग्री या डिप्लोमा है। इसके अलावा शारीरिक मापदंड भी वही होते हैं जो सैनिकों की भर्ती के लिए होते हैं और इन्हें कड़े प्रशिक्षण से भी गुजरना पड़ता जैसा एक सैनिक बनने के लिए होता है। भारतीय सेना द्वारा समय-समय पर विज्ञापनों या समाचार पत्रों द्वारा धर्मगुरुओं के पदों के लिए नियुक्तियां निकाली जाती हैं।