Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

कॉमेंट्री से मैदान के बाहर खेलिए क्रिकेट

सुधीर शर्मा

हमें फॉलो करें कॉमेंट्री से मैदान के बाहर खेलिए क्रिकेट
, शुक्रवार, 27 अप्रैल 2012 (16:14 IST)
FILE
क्रिकेट का जादू हर देशवासी के सिर पर चढ़ा हुआ है। मैदान में सचिन तेंडुलकर जब गेंदबाजों पर चौके-छक्के लगाते हैं तो हर दर्शक झूम उठता है। क्रिकेट खेलकर ही नहीं क्रिकेट का आंखों देखा हाल टीवी, रेडियो पर सुनाकर भी पैसा कमाया जा सकता है, जिसे कॉमेंट्री कहा जाता है। क्रिकेट के बढ़ते बाजार के कारण आज के युग में क्रिकेट कॉमेंट्री एक बेहतरीन करियर विकल्प है।

टीवी या रेडियो पर कॉमेंटेटर वह शख्स होता है जो क्रिकेट की पल-पल की जानकारी के साथ अपने शब्दों से दर्शकों में और रोमांच भर देता है। आज इस क्षेत्र में हर्ष भोगले, टोनी ग्रेग, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, रमीज राजा, इयान चैपल, जाने माने कॉमेंटेटर हैं जिनकी कॉमेंट्री से खेल में और अधिक उत्साह आ जाता है। रिची बेनो, हैनरी ब्लोफेल्ड, रॉबिन जैकमैन, माइकल होल्डिंग, बॉब विलिस, पीटर रोबक और मार्क निकोलस ने क्रिकेट कॉमेंट्री से दुनिया भर में अपने प्रशंसक बनाए।

हिन्दी में भी सुशील दोषी, रवि चतुर्वेदी की शानदार कॉमेंट्री सुनकर कानों में मिठास सी घुलने लगती है। अगर आप क्रिकेट की हर बारीकियों की जानकारी रखते हैं और बोलने में बेबाक हैं। अंग्रेजी और हिन्दी दोनों भाषाओ पर अच्छी पकड़ रखते हैं तो टीवी या रेडियो कॉमेंटेटर बन सकते हैं। इस क्षेत्र में पैसा, प्रसिद्धि, ग्लैमर है।

कॉमेंटेटर बनने के लिए कोई कोर्स तो नहीं होता पर कई खेल चैनलों पर टैलेंट हंट जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं, जिनके माध्यम से युवा और प्रतिभाशाली कॉमेटेटरों की तलाश की जाती है। इस प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को विभिन्न तरह के टेस्ट से गुजरना पड़ता है। इन सभी टेस्टों में इनका आकलन करने के लिए प्रसिद्ध कॉमेंटेटरों का पैनल होता है।

इनमें सफल होने के बाद चैनल अपने मैचों के सीधे प्रसारण में इन प्रतिभागियों से कॉमेंट्री करवाता है। अगर इस क्षेत्र में कुछ करने का आपमे जज्बा है तो आप एक सफल कॉमेंटेटर बन सकते हैं। आप मैदान में ही नहीं मैदान के बाहर भी क्रिकेट का रोमांच महसूस कर सकते हैं और उसे शब्दों में बयां कर सकते हैं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi