पिछले कुछ समय से करियर के नए-नए विकल्प लगातार सामने आ रहे हैं। इन्हीं में से एक है ग्राफिक डिजाइनिंग। विजुअल और ग्राफिक आर्ट का इन दिनों इस्तेमाल बहुत बढ़ गया है इसीलिए यहाँ संभावनाएँ भी अधिक हैं। जिन युवाओं का रचनात्मक कार्य करने में मन लगता है या फिर जिनकी कम्प्यूटर आर्ट से संबंधित कार्यों में रुचि है, उनके लिए ग्राफिक डिजाइनिंग एक अच्छा विकल्प है। आर्ट और साइंस दोनों विषयों को मिलाकर ग्राफिक डिजाइनिंग का जन्म होता है। पिछले चार-पाँच सालों में एनिमेशन के क्षेत्र में जबर्दस्त उछाल आया है जिसके चलते इस क्षेत्र से संबंधित शाखा ग्राफिक डिजाइनिंग की तरफ युवाओं की रुचि में इजाफा हुआ है। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों से इस कोर्स को करियर के रूप में चुनने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा हो रहा है। क्या है ग्राफिक डिजाइनिंग :- ग्राफिक डिजाइनिंग में मूल रूप से विजुअल से संबंधित समस्याओं को हल करना होता है। इसमें टेक्स्ट और ग्राफिकल एलिमेंट का प्रयोग किया जाता है। इसका मुख्य कार्य पेज एवं अन्य प्रोग्राम को आकर्षक और सुंदर बनाने का होता है। ग्राफिक डिजाइन वह आर्ट है जिसमें टेक्स्ट और ग्राफिक के द्वारा कोई न कोई संदेश लोगों तक प्रभावी तरीके से पहुँचाया जाता है। ये संदेश ग्राफिक्स, लोगों, ब्रोशर, न्यूज लेटर, पोस्टर या फिर किसी भी रूप में हो सकते हैं। विशेषज्ञों की राय :- इस कोर्स को वही चुनें जिनके सोचने का तरीका अलग हो। पढ़ने की आदत और न्यूज सेंस के साथ तकनीकी और शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए, क्योंकि एक ग्राफिक डिजाइनर का कार्यक्षेत्र और योग्यता बहुत विस्तृत होती है। संस्थान :- वैसे तो जगह-जगह छोटे-बड़े कई निजी संस्थान खुल गए हैं जो स्नातक स्तर व परास्नातक स्तर व डिप्लोमा कोर्स करवाते हैं। प्रयास करना चाहिए कि बच्चे दाखिला लेने से पहले संस्थान के बारे में अच्छी तरह जानकारी प्राप्त कर लें। हो सके तो किसी सरकारी संस्थान से कोर्स करें। यह ज्यादा बेहतर है।
संभावनाएँ :- करियर विशेषज्ञों के अनुसार इस क्षेत्र में बहुत काम मिल सकता है, जैसे विज्ञापन एजेंसी, पब्लिक रिलेशन, न्यूजपेपर, मैग्जीन, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि। अगर आपके अंदर योग्यता है तो नौकरी जरूर मिलेगी। दिल्ली में कई आफिस हैं जहाँ बाहर के पब्लिशिंग हाउसेज के लिए काम होता है। ये लोग इंटरनेट के जरिए अपने काम को अंजाम देते हैं। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी ग्राफिक डिजाइनर के लिए अच्छे अवसर मौजूद हैं।
टीवी चैनलों की बढ़ती संख्या ने इस क्षेत्र में आने वाले युवाओं के लिए कई दरवाजे खोले हैं। यहाँ अच्छे इंजीनियरों की माँग भी बढ़ी है। प्रिंट मीडिया में भी रोजगार के अच्छे अवसर हैं। अखबार के पेज को हर रोज नया लुक देना होता है। इन सबके अलावा स्टेशनरी प्रिंटिंग, इंटीरियर आर्किटेक्चर, प्रोडक्ट पैकेज डिजाइनिंग, फिल्म, एनिमेशन आदि में रोजगार के अवसर मौजूद हैं।
साथ ही वेतन भी शुरूआती दौर से अच्छा मिलता है। एक बार अनुभव हो जाने पर अच्छा डिजाइनर एक से डेढ़ लाख रुपए तक कमा सकता है।