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चार्टर्ड अकाउंटेंट कैसे बनें

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हमें फॉलो करें चार्टर्ड अकाउंटेंट सीए
- अशोक जोशी
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चार्टर्ड अकाउंटेंसी एक प्रोफेशनल कोर्स है जिसे 1949 में हमारे देश में आरंभ किया गया था। इसी साल चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एक्ट भी लागू किया गया था। इस पाठ्यक्रम को चलाने के लिए 1949 में ही द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) का गठन किया गया था।

यह संस्थान चार्टर्ड अकाउंटेंसी की परीक्षा भी लेता है और प्रेक्टिस करने के लिए लाइसेंस भी प्रदान करता है। चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए) पाठ्यक्रम चलाने की जिम्मेदारी भी इसी इंस्टीट्यूट की है।

कौन होते हैं चार्टर्ड अकाउंटेंट?
चार्टर्ड अकाउंटेंट वे लेखाकार होते हैं जो अकाउंटिंग, ऑडिटिंग और टैक्सेशन में परिष्कृत होते हैं। वे मैनेजमेंट और कॉर्पोरेट केअरटेकर के रूप में भी काम करते हैं। इन दिनों अकाउंटेंसी एक पेशे अथवा प्रोफेशन के रूप में लोकप्रिय बन गया है। सीए की सेवाएँ पैसों से संबंधित यहाँ तक की छोटे-मोटे व्यवसायों के लिए भी आवश्यक मानी जाने लगी हैं।
  चार्टर्ड अकाउंटेंसी एक प्रोफेशनल कोर्स है जिसे 1949 में हमारे देश में आरंभ किया गया था। इसी साल चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एक्ट भी लागू किया गया था। इस पाठ्यक्रम को चलाने के लिए 1949 में ही आईसीएआई का गठन किया गया था।      


इतना ही नहीं, कंपनी अधिनियम के अनुसार केवल प्रोफेशनल प्रेक्टिस में संलग्न सीए ही भारतीय कंपनियों के ऑडिटर्स के रूप में नियुक्त किए जा सकते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए जरूरी है कि इंस्टीट्यूट ऑव चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित चार्टर्ड अकाउंटेंसी की फाइनल परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात आईसीएआई के सदस्य के रूप में मान्य किए गए हों।

क्या है सीए प्रोग्राम?
चार्टर्ड अकाउंटेंसी प्रोग्राम प्रशिक्षण अवधि को छोड़कर दो वर्षीय पाठ्यक्रम है। इसके तीन भाग- प्रोफेशनल एजुकेशन (कोर्स I), प्रोफेशनल एजुकेशन (कोर्स II ) और फाइनल एक्जामिनेशन होते हैं। कोई भी प्रत्याशी जिसने 10+2 परीक्षा उत्तीर्ण कर ली हो या जिनके परीक्षा परिणाम प्रतीक्षित हों, सीए पाठ्यक्रम के लिए अपना पंजीयन करवा सकते हैं।

50 प्रश अंकों वाले वाणिज्य स्नातक तथा गैर वाणिज्य विषय वाले गणित विषय के अलावा अन्य विषय लेकर 55 प्रश अंकों वाले स्नातक तथा गणित विषयों सहित 60 प्रश अंकों वाले छात्रों को प्रोफेशनल एजुकेशन कोर्स- I करने से छूट दी जाती है तथा वे कोर्स-II में प्रवेश ले सकते हैं। आईसीडब्ल्यूएआई और कंपनी सेक्रेटरी की फाइनल परीक्षा पास करने वाले सीधे प्रोफेशनल एजुकेशन II में रजिस्टर करवा सकते हैं। प्रोफेशनल कोर्स- II उत्तीर्ण करने के बाद प्रत्याशी प्रेक्टिस ट्रेनिंग के लिए आर्टिक्लेड क्लर्क के रूप में रजिस्टर करवा सकते हैं और सीए के फाइनल कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।

18 वर्ष से अधिक आयु वाले प्रत्येक स्नातक आर्टिक्लेड क्लर्क/ ऑडिट क्लर्क के रूप में रजिस्टर के पात्र हैं। जो अपने आपको बतौर ऑडिट क्लर्क के रूप में रजिस्टर करवाना चाहते हैं उनके लिए कम्प्यूटर ट्रेनिंग प्रोग्राम अनिवार्य है। यह प्रोग्राम प्रोफेशनल कोर्स- I अथवा II करते हुए भी किया जा सकता है।

प्रोफेशनल कोर्स II तथा कम्प्यूटर ट्रेनिंग प्रोग्राम करने के बाद प्रत्याशी किसी भी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स फर्म में आर्टिक्लेड क्लर्क के रूप में रजिस्टर करवा सकता है। साथ ही सैद्धांतिक शिक्षा के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज के छात्र के रूप में पढ़ाई भी कर सकते हैं।

प्रत्याशियों की ट्रेनिंग की अवधि 3 वर्ष होती है। इस अवधि के दौरान उसे उन सभी क्षेत्रों का गहन ज्ञान प्राप्त होता है जिन क्षेत्रों में वह बतौर सीए अपनी सेवाएँ प्रदान करता है। आर्टिकलशिप की इस अवधि के दौरान उसे सीए परीक्षा के लिए लगातार अध्ययन करने की आवश्यकता होती है। फाइनल परीक्षा सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर प्रत्याशी इंस्टीट्यूट का सदस्य बन जाता है। इंस्टीट्यूट का सदस्य बतौर चार्टर्ड अकाउंटेंट खुद प्रेक्टिस कर सकता है या किसी फर्म में नौकरी कर अच्छा नाम और दाम कमा सकता है।

स्रोत : नईदुनिया अवसर

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