एक रेडियोग्राफर शरीर के विभिन्न अंगों की आंतरिक संरचना को एक्स-रे/ टोमोग्राफी स्कैनर द्वारा ज्ञात करता है। विशिष्ट प्रशिक्षण द्वारा ही कोई व्यक्ति अच्छा रेडियोग्राफर बन सकता है। रेडियोग्राफी में रोगों का पता लगाने के लिए शरीर के किसी भी अंग का मशीन से एक्स-रे लिया जाता है। इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों से 12वीं कक्षा (विज्ञान समूह) उत्तीर्ण होना चाहिए। कुछ संस्थान जहाँ से रेडियोग्राफी पाठ्यक्रम किया जा सकता है, इस प्रकार हैं-
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली/ इंस्टीट्यूट फॉर फिजिकल हेल्थ एंड हाईजीन महिपालपुर, नई दिल्ली/क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना/ इंदौर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, इंदौर।