हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन का बढ़ता महत्व
- कविता कासलीवाल
मैनेजमेंट के क्षेत्र में हॉस्पिटल मैनेजमेंट/एडमिनिस्ट्रेशन एक उभरता हुआ क्षेत्र है। जिस तरह बढ़ते हुए कॉर्पोरेट्स को सफल मैनेजमेंट की जरूरत महसूस होती है, उसी तरह हॉस्पिटल्स में भी सक्षम एडमिनिस्ट्रेशन एवं मैनेजर्स की आवश्यकता होती है, जो कि हेल्थ केयर इंडस्ट्रीज में मजबूत रीढ़ की हड्डी की भाँति कार्यरत रहते हैं। नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स, जो क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के भीतर प्रस्तुत हो रहा है, वह कहता है कि भारत के प्रत्येक पब्लिक और प्रायवेट दोनों ही सेक्टर्स के हॉस्पिटल्स में कम से कम २-३ क्वालिफाइड और ट्रेंड हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर्स होने चाहिए। हिन्दूजा हॉस्पिटल, मुंबई के सीनियर एचआर मैनेजर अंकुश गुप्ता ने बताया कि 'आज भारत में हेल्थ और मेडिकल टूरिज्म बहुत तेजी से बढ़ रहा है। सरकार द्वारा मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने तथा एम-वीजा (मेडिकल वीजा) दिए जाने से इलाज के लिए आने वाले विदेशियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वॉकहार्ड हॉस्पिटल, मुंबई के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. करंजीकर ने बताया कि आजकल सिर्फ एक हॉस्पिटल को बनाने और चलाने का चलन खत्म हो गया है। आजकल सभी बड़े ग्रुप हॉस्पिटल्स की चेन खोलने के उद्देश्य से इस मार्केट में प्रवेश कर रहे हैं। भारत में 2.5 लाख हॉस्पिटल्स हैं, जिन्हें संभालने के लिए लगभग 15,000 ट्रेंड हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर्स की जरूरत हर साल रहती है। रोजगार के अवसरइस तेजी से बढ़ते हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन में हर साल 15,000 एडमिनिस्ट्रेटर्स की डिमांड होती है, परंतु इन हॉस्पिटल में 300 एडमिनिस्ट्रेटर्स ही उपलब्ध हो पाते हैं। आज भारत में ढाई लाख से भी ज्यादा हेल्थ संस्थान हैं, इनमें सरकारी, प्रायवेट, रिलीजियस, व्यावसायिक, मल्टीनेशनल, एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी, नेचर क्योर आदि आते हैं। बड़े कॉर्पोरेट्स जैसे फोर्टिस, रिलायंस आदि के हॉस्पिटल्स, मल्टीनेशनल कॉर्पोरेट्स के हॉस्पिटल्स जैसे मैक्स और अपोलो समूह आदि ने भी इस सेक्टर में भरपूर इनवेस्टमेंट किया है। इन सभी हॉस्पिस्टल्स को चलाने के लिए ट्रेंड हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर्स की जरूरत 20-25 प्रश ग्रोथ रेट के हिसाब से डिमांड बढ़ती जा रही है। आईएमएस, डीएवीवी के हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के प्लेसमेंट ऑफिसर और संजय गाँधी मेडिकल कॉलेज के बोर्ड ऑफ स्टडीज के मेंबर निशिकांत वाईकर ने बताया कि 'हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एक ऐसा क्षेत्र है जिसकी डिमांड देश-विदेश में बहुत तेजी से बढ़ रही है। नई तकनीकें जैसे टेली मेडिसिन, टेली सर्जरी और टेली रोबोटिक्स ने एक हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर की भूमिका को और महत्वपूर्ण बना दिया है। नेशनल डिमांड
मेडिकल डायग्नोस्टिक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कंपनियाँ, हेल्थ इन्श्योरेंस कंपनियाँ, हॉस्पिटल इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियाँ, हॉस्पिटल इंफोर्मेशन सिस्टम तैयार करने वाली कंपनियाँ, थर्ड पार्टी इन्श्योरेंस कंपनी, फार्मास्यूटिकल कंपनी, हेल्थ डायग्नोस्टिक सेंटर्स और मेडिको लीगल कंसल्टिंग कंपनियाँ साथ ही नेशनल रूरल हेल्थ मिशन जैसे सरकारी उपक्रमों में भी हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर की डिमांड तेजी से बढ़ रही है।इंटरनेशनल डिमांडहॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर्स की डिमांड पूरे विश्व में बढ़ रही है। इंग्लैंड, मिडिल ईस्ट के देश जैसे जॉर्डन, कुवैत, दुबई, एशियन देश जैसे बांग्लादेश, सिंगापुर, श्रीलंका, मलेशिया एवं अफ्रीकन देशों में यह क्षेत्र तेजी से बढ़ा है।