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कैट: असल चुनौती तो अब है

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हमें फॉलो करें कैट असल चुनौती तो अब है मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू सहित एलआरआई जैसे इंस्टीट्यूट इंप्लायबिलिटी
 एमबीए प्रोग्राम
उल्हास वैरागकर (डायरेक्टर टाइम्स, नई दिल्ली)
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कैट एक्जाम हो चुकी है और अब समय है जब कैट स्टूडेंट्‍स कैट के अगले दौर की तैयारियों में व्यस्त हैं। वास्तव में कैट की असली चुनौती का सामना तो अब करना है।

अगले कुछ हफ्तों में बी-स्कूल अपने परिणाम घोषित कर देंगे। कैट शार्टलिस्ट कैंडिडेट में जबर्दस्त कॉ‍म्पीटिशन है। कैट के अगले चरण में आईआईएम की प्रत्येक सीट के लिए 160 कैट स्टूडेंट्स में कॉ‍म्पीटिशन है। जबकि बी-स्कूल में प्रवेश के लिए अपेक्षाकृत कम कॉ‍म्पीटिशन होने से यहाँ स्टूडेंट्स के लिए राहत है।

क्या है कैट का अगला चरण- सभी मैनेजमेंट इंस्टीट्‍यूट की ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू सहित दूसरे चरण के लिए एक प्रक्रिया होती है, जो अलग-अलग इंस्टीट्यूट में थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन इसके मुख्य भाग लगभग एक जैसे ही होते हैं।

एलआरआई जैसे इंस्टीट्‍यूट में ग्रुप डिस्कशन नहीं होता और शार्टलिस्टेड स्टूडेंट्स सीधे इंटरव्यू के लिए जाते हैं। टीएपीएमआई जैसे दूसरे इंस्टीट्यूट में ग्रुप डिस्कशन तो होता है, लेकिन इसमें स्टूडेंट्स को निबंध नहीं लिखना होता है।

कुछ बी- स्कूल स्टूडेंट की एप्टीट्यूट स्किल्स को अलग-अलग तरीके से परखते हैं। आइए देखते हैं कि स्टूडेंट को किन बिंदुओं पर परखा जा सकता है।

क्या स्टूडेंट कैट के काबिल हैं?
एमबीए प्रोग्राम के बाद इंप्लायबिलिटी
क्या वह कंपनी के महत्वपूर्ण पद पर काम करने योग्य है?

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ग्रुप डिस्कशन- ग्रुप डिस्कशन में आठ-दस लोगों का ऐसा समूह होता है, जिसमें कोई लीडर नहीं होता और इसके सभी सदस्य विशेष परिस्थिति में किसी विषय पर दिए गए समय में अपने आकलन और विचार प्रस्तुत करते हैं।

ग्रुप डिस्कशन में स्टूडेंट का चयन निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर किया जाता है-

1. लीडरशिप एबिलिटी- मोडेरेटर पेनल आब्सर्व करता है कि कैंडिडेट इनिशेटिव लेता है या नहीं, उसमें दिशा देने की कितनी क्षमता है? क्या वह आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेता है? ग्रुप में लोगों से उसका कॉर्डिनेशन कैसा है? वह लक्ष्य के प्रति कितना सजग है?

2. नॉलेज- इसके अंतर्गत यह देखा जाता है कि कैंडिडेट की सब्जेक्ट पर पकड़ कितनी है। इसके अलावा वह अपने खुद के विचार कैसे समाहित करता है।

3. एनालिटिकल एबिलिटी- यह बहुत मायने रखता है ‍कि आप एनालिटिकली कितने सक्षम हैं। आप आर्गुमेंट को कैसे इस्तेमाल करते हैं और आपके लॉजिक में कितना दम है।

4. कम्युनिकेशन- यह बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें आपकी फ्लुएंसी, विचारों में स्पष्टता, प्रजेंटेशन स्किल्स, लिसनिंग एबिलिटी, आपका दृष्टिकोण और बॉडी लेंग्वेज देखी जाती है।

5. ग्रुप बिहेवियर- मोडेरेटर पेनल यह भी ऑब्सर्व करता है कि ग्रुप में आपका बिहेव कैसा है। कहीं आप ओवर एग्रेसिव तो नहीं हैं? दूसरों पर बिना वजह हावी होने की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं? सेंसेटिव टॉपिक पर आपकी भाषा कैसी है?

इंटरव्यू- इंटरव्यू में स्टूडेंट के चयन का आधार निम्न बिंदु होते हैं-

स्टूडेंट का ज्ञान कितना गहरा है।
आत्मविश्‍वास-
स्टूडेंट अपने विचार किस तरह रखता है।
स्ट़ूडेंट की अभिव्यक्ति कैसी है।

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