-मीनल गद्रे
जीवन का एक महत्वपूर्ण फैसला अपनी क्षमताओं और रुचि के लिहाज से करियर का चयन। इसका फैसला सही मायनों में हाईस्कूल में आने तक हो जाना चाहिए।
परंतु सच्चाई यह है कि ग्यारहवीं की कक्षाएँ शुरू हुए कई दिन बीत चुके हैं फिर भी अब तक विभिन्न स्कूलों के 100 में से 60 बच्चे कन्फ्यूज्ड हैं कि कौन-सा विषय लेना सही है या ऑप्शनल विषय कौन-सा हो।
वहीं कुछ बच्चे समय की कमी के कारण स्कूल बदलना चाहते हैं और अधिकतर समय कोचिंग में देना चाहते हैं। देखा जाए तो अधिकतर बच्चे कुछ प्रचलित करियर में ही जाना चाहते हैं क्योंकि अन्य क्षेत्रों के बारे में उनके पास सही जानकारी ही उपलब्ध नहीं है। जिन्होंने विषय चुन लिया वे सोच रहे हैं कि हमने सही किया या नहीं।
बढ़ती प्रतिस्पर्धा, ग्लोबलाइजेशन व तीव्र आर्थिक व सामाजिक परिवर्तनों के कारण करियर चयन आजकल के युवाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण व दूसरी तरफ चिंता का विषय हो चुका है। लेकिन वे करियर चयन के मूलभूत नियमों को छोड़कर भ्रमित हो रहे हैं, जिसका सीधा असर उनकी पढ़ाई व अन्य गतिविधियों पर पड़ता साफ दिखाई दे रहा है। गलत करियर चुनने से अन्य समस्याएँ उत्पन्न होती हैं सो अलग।
करियर चयन के लिए बच्चों को कुछ खास बातें ध्यान में रखना आवश्यक होता है।
* आप स्वयं की योग्यता, क्षमता, रुचि व व्यक्तित्व को पहचानें।
* स्वयं को जानने के पश्चात सही विषय का चयन करें।
* विभिन्न करियर के बारे में जानकारी लें।
* कॉलेज, इंस्टीट्यूट तथा कोर्सेस की संपूर्ण जानकारी लें।
इन बातों को ध्यान में रखकर लिया गया निर्णय कभी गलत नहीं होगा। सफलता को सदैव आर्थिक प्रगति से तौला जाना ठीक नहीं है। कुछ प्रचलित क्षेत्रों के करियर को छोड़कर और भी अच्छे क्षेत्र ऐसे हैं जिनके बारे में संपूर्ण जानकारी लेकर चयन किया जा सकता है। शिक्षक व पालकों की भी मदद लें और अधिक कन्फ्यूजन होने पर करियर काउंसलर की सहायता लें, लेकिन अपने लिए उपयुक्त विषय का चयन करें क्योंकि विषय का चयन करियर निर्माण की पहली सीढ़ी है।