आज हम सब जिस दुनिया में रह रहे हैं, वह इस मायने में अब तक की सबसे अद्भुत दुनिया है कि अब विचार ही सबसे बड़ी संपत्ति बन गई है। स्वयं बिल गेट्स ने अपनी सफलता का राज बताते हुए कहा था- 'अपने युग की प्रवृत्ति को पहचानना ही मेरी सफलता का रहस्य है।'
अपने युग की इस प्रवृत्ति को आप तब तक नहीं पहचान सकते, जब तक कि आप अपने दिमाग को खुला नहीं रखेंगे। किसी को भी कभी भी यह समझने की भूल नहीं करनी चाहिए कि वह सब कुछ जानता है और अब उसे कुछ भी जानने की जरूरत नहीं है।क्या आप किसी की इतनी बड़ी नासमझी पर इतनी आसानी से यकीन कर सकेंगे? शायद नहीं। दुनिया में ऐसे कितने शख्स होंगे, जिनको बिल गेट्स को सुनने का अवसर मिल सका होगा और भविष्य में भी मिल सकेगा। क्या इस अमूल्य अवसर की कीमत एक थोड़े से बेहतर किस्म की जर्सी से भी कम है। रघुवीर सहाय फिराक गोरखपुरी कहा करते थे कि कुछ लोग आने वाली पीढ़ियों के सामने यह कहकर गर्व महसूस करेंगे कि 'हमने फिराक को देखा था।' मैं समझता हूं कि निश्चित रूप से वर्तमान के कुछ लोग भविष्य की पीढ़ियों के सामने यह बताकर गर्व महसूस करेंगे कि 'हमने बिल गेट्स को देखा और सुना है।' जीवन में सफलता के लिए यह जरूरी है कि वक्त की मांग को समझें और उसी के अनुसार खुद को ढालें। किसी ने कहा है कि मैनेजमेंट कुछ नहीं है, बस काम को सही समय पर करने की कला है। अगर यह कला आपने सीख ली तो मंजि़ल आसान है।