जगदीश टाइटलर का जन्म 11 जनवरी 1944 को देश की राजधानी दिल्ली में हुआ जिस समय इनका जन्म हुआ पुष्य नक्षत्र था। पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक बुद्धिमान एवं सुखी रहता है। टाइटलर का जन्म जिस समय हुआ सूर्य धनु राशि में विराजमान था इसके प्रभाव से जगदीश केंद्रीय मंत्री तक पहुँचे। ऐसा जातक जनता द्वारा सम्मान प्राप्त करता है। चंद्र के प्रभाव के कारण जगदीश टाइटलर को विपक्ष के विरोध का हमेशा सामना करना पड़ता है। मंगल के षष्ठम भाव में विराजमान रहने से आर्थिक स्थिति ठीक रहती है। खूब धन कमाने के योग बनते हैं। इसी के साथ खर्च भी व्यक्ति अधिक करता है। मंगल जगदीश को विवेकवान भी बनाता है। इसी के प्रभाव से विपक्षी एवं शत्रु को पराजित करने की वे सामर्थ्य रखते हैं। बुध के प्रभाव से दूसरे ग्रहों के कष्ट का एहसास कम होता है। गुरु की राशि धनु में बुध विराजमान होने से मान-सम्मान एवं धन से सुखी रहता है। जातक की कुंडली में गुरु स्वग्रही है। गुरु कुंडली में जिस स्थान में स्थित है उसके प्रभाव से यशस्वी होने के योग बनते हैं। सिंह राशि में िवराजमान रहने से शासक या सरकार में उच्च पद पर आसीन होता है। जिसका प्रभाव जगदीश पर पड़ा। शुक्र के द्वादश भाव में रहने से लक्ष्मी का निवास घर में रहता है। परंतु कीर्ति व गुण का ह्यास होता है।
जो वर्तमान में सिखों द्वारा टाइटलर का विरोध के रूप में देखा गया। जिस राशि पर जगदीश टाइटलर की कुंडली में शुक्र विराजमान है। उसके प्रभाव से अपने वालों का विरोध भी होता है परंतु शनि के प्रभाव से विपक्ष का डर नहीं रहता है। राहु की स्थिति के कारण कितना भी विरोध हो परंतु सम्मान बना रहता है। जगदीश टाइटलर का जन्म शनि की महादशा में हुआ जिसका भोग्यकाल 18 वर्ष 7 माह 8 दिन रहा।
वर्तमान में सूर्य की महादशा चल रही है जिसकी अवधि 6 वर्ष है। जो 19/8/2006 से प्रारंभ हुई है। एवं 19/8/2012 रहेगी। वर्तमान में सूर्य की महादशा में गुरु की अंतरदशा 7/9/2008 से 25/6/2009 तक रहेगी। इसके बाद शनि की अंतरदशा 25/6/09 से 7/6/2010 तक रहेगी। सूर्य की महादशा में गुरु की अंतरदशा होने से जगदीश टाइटलर की राह में रुकावट के योग बनते हैं। इसी कारण उनकी उम्मीदवारी वापस ले ली गई।
टाइटलर को हीरा, लाल माणक धारण करना चाहिए। नारंगी कलर शुभ है। कुंडली अनुरूप कर्क राशि होने से शनि का अंतिम ढैया चल रहा है। मुख एवं आँख में पीड़ा की संभावना बनती है।
शासन से भय रहेगा। अर्थात मंत्री पद की संभावना कम बनती है। इसका उपाय अवश्य कराएँ। शनि शांति कराएँ।