Sawan posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

ज्योतिष की नजर में अभिषेक-ऐश्वर्या

Advertiesment
हमें फॉलो करें ज्योतिष
webdunia

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे

IFM
बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के स्टार पुत्र अभिषेक का जन्म उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में हुआ। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक सुखी और रूपवान होता है। जबकि पूर्व विश्व सुंदरी और अमिताभ की बहू ऐश्वर्या का जन्म पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में हुआ। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक मान-सम्मान को पाने वाला होता है। इन दोनों नक्षत्रों के प्रभाव हम इन दोनों कलाकारों के जीवन में देख रहे हैं।

अभिषेक-ऐश्वर्या के वैव‍ाहिक जीवन को लेकर बड़ी जिज्ञासा और तर्क-वितर्क रहे हैं। कारण कि ऐश्वर्या की कुंडली में मंगल है, परंतु अभिषेक इससे वंचित हैं। कुंडली में किसी भी भाव में मेष, सिंह का मंगल बैठा हो तो मंगल दोष नहीं होता है। ऐश्वर्या की कुंडली में मेष का मंगल है जो स्वयं की राशि पर विराजमान है और मंगलकारक है। इनके वैवाहिक जीवन में परेशानी तो आ सकती है लेकिन मंगल उपाय से विघ्न दूर हो सकते हैं।

अभिषेक का जन्म शनि की महादशा में हुआ है जिसका भोग्यकाल 1 वर्ष 12 माह 5 दिन रहा। ऐश्वर्या का जन्म शुक्र की महादशा में हुआ जिसका भोग्यकाल 9 वर्ष 3 माह 7 दिन रहा। अभिषेक के जन्म के समय सूर्य मकर राशि पर विराजमान था, जो व्यक्ति को लोभी बनाता है। ऐश्वर्या के जन्म के समय तुला का सूर्य होने से मधप बनाता है।

webdunia
IFM
अभिषेक की कुंडली में चंद्र द्वितीय भाव में होने से परिवार का पूर्ण सुख और पत्नी का ‍‍विशेष प्रेम मिलता है। मीन का चंद्रमा होने से जातक कवि, कलाकार और धनवान होता है। अभिषेक को इसी प्रभाव ने धनवान और कलाकार बनाया है।

इसी प्रकार ऐश्वर्या की कुंडली में चंद्र उसी स्थान पर विराजमान रहने से दोनों पति-पत्नी का आत्मीय प्रेम बढ़ेगा और वैवाहिक जीवन ठीक रहेगा। ऐश्वर्या की कुंडली में भी चंद्र जिस स्थान पर विराजमान है वह भी जातक को कलाकार और धनी बनाता है।

अत: दोनों के चंद्र ने दोनों को अभिनेता बनाया है। बुध जिस स्थान पर विराजमान है, उसके प्रभाव से अभिषेक हर प्रकार के सुख-वैभव से परिपूर्ण है। इसी प्रकार अभिषेक-ऐश्वर्या दोनों की कुंडली में शुक्र धनु राशि पर विराजमान है जो गुरु की राशि है, इसके प्रभाव से दोनों विद्वान और धनवान हैं तथा लोक विख्यात हैं। ऐश्वर्या की कुंडली में शुक्र जिस स्थान पर विद्यमान है उसके प्रभाव से सुंदर गौरवर्ण और मृदुभाषी का गुण प्राप्त हुआ है।

जबकि अभिषेक की कुंडली का शुक्र भी जिस स्थान पर विराजित है वह सुंदर महल और लक्ष्मी से पूर्णता और वैभव प्रदान करता है। लेकिन अभिषेक का शुक्र कीर्ति और गुण का ह्रास (नाश) भी करता है तथा मित्रों और स्वजनों से बैरी बनाता है। अत: शुक्रवार के दिन किसी कन्या को सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, चावल, शक्कर, चाँदी और दक्षिणा दान करना चाहिए। या यह दान एक आँख वाले व्यक्ति को देना चाहिए।

अभिषेक का ‍शनि स्त्री और धन प्राप्ति के अस्थायी योग बनाता है। वहीं ऐश्वर्या का शनि तीव्र बुद्धि और मृदु स्वभाव वाला बनाता है। कर्क का शनि अभिषेक के ‍लिए कष्टप्रद हो सकता है विशेषकर संतान के लिए। अत: शनि की शांति अवश्य कराना चाहिए।

वर्तमान में अभिषेक को शुक्र की महादशा चल रही है। यह 10 फरवरी 2002 को प्रारंभ हुई थी। 10 फरवरी 2022 को समाप्त होगी। शुक्र की महादशा में मंगल की अंतरदशा 10 फरवरी 2008 से प्रारंभ होकर 10 अप्रैल 2009 तक चलेगी। मंगल की अंतरदशा में शुक्र की प्रत्यंतर दशा 14 फरवरी 2009 तक रहेगी। सूर्य की प्रत्यंतर दशा 5 मार्च 2009 तक चलेगी। ऐश्वर्या को वर्तमान में राहु की महादशा चल रही है। यह 8 फरवरी 2006 से प्रारंभ हुई और 8 फरवरी 2024 तक रहेगी। राहु की अंतरदशा में वर्तमान में गुरु की अंतरदशा 20 अक्टूबर 2008 से 14 मार्च 2011 तक रहेगी जबकि शनि की अंतरदशा 20 जनवरी 2014 तक रहेगी।

सोमवार और रविवार को अभिषेक को कोई नया कार्य नहीं करना चाहिए। जबकि रविवार और सोमवार ऐश्वर्या को शुभ फल देगा। वैसे ऐश्वर्या ने अपने शुभ कार्य के लिए शनिवार का दिन चुनना चाहिए, जो शानदार सफलता दिलाता है। गुरुवार नया कार्य नहीं करें।

लाल रंग दोनों के लिए शुभ है जबकि नीला अभिषेक के स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए है। पीला रंग ऐश्वर्या को नहीं पहनना चाहिए। अभिषेक ने हीरा और ऐश्वर्या ने मूँगा व पन्ना पहनना चाहिए। इति शुभम्।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi