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नाना पाटेकर : संयुक्त लॉकेट देगा लाभ

कालसर्प दोष का निवारण जरूरी

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पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे

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नाना पाटेकर का जन्म 1 जनवरी 1951 को हुआ, उस समय सूर्य धनु राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, इसके प्रभाव से नाना पाटेकर लोक विख्यात हैं एवं तेजस्व बनाए रखते हैं। नाना की कुंडली में चंद्र जिस स्थान पर है उसकी वजह से ऐश्वर्य एवं धन-वैभव का सुख है। परंतु संतुष्टि की मात्रा कम रहती है। चंद्र जिस राशि पर विराजमान है उससे जातक स्थिर बुद्धि वाला एवं दीर्घ सोच वाला रहता है। जो नाना पाटेकर में है। मंगल की स्थिति से अधिक मेहनत करने पर भी पूर्ण लाभ नहीं मिलता है, दूसरों से तो सुख मिलता है पर अपने वालों से दुखी रहता है।

भौम नाना की कुंडली में जिस राशि पर विराजमान है, उसकी वजह से आर्थिक संपन्नता है। बुध के कारण दूसरों की सहायता तो करते हैं एवं हर मदद के लिए तैयार रहते हैं परंतु स्वयं के कार्य नहीं हो पाते। बुध धनु राशि पर विराजमान है अत: धन-धान्य से संपन्न बनाए रखता है एवं मान-सम्मान दिलाता है। नाना का गुरु जिस जगह विराजमान है, वह सज्जन के साथ सज्जन एवं दुष्टों के साथ दुष्ट प्रवृत्ति का बनाता है। नाना का जन्म जब हुआ गुरु कुंभ राशि पर भ्रमण कर रहा था, जिसके फलस्वरूप आर्थिक संपन्न बनाता है।

मेहनत का फल मिलता है। पर गुरु की स्थिति से पूर्ण संतुष्ट नाना नहीं रहते हैं। नाना पाटेकर को शुक्र भी संपन्न बनाता है एवं परिवार में सुख देता है। कुंडली में शुक्र जिस स्थान पर बैठा है उसके परिणामस्वरूप श्रेष्ठ लोगों की संगति होती हैं एवं सत्कर्म में खर्च होता है। धन-धान्य से परिवार सुखी होता है, जो आज नाना पाटेकर के जीवन में है। शनि जिस स्थान पर बैठा है ऐसा जातक बाल्यकाल में दुखी रहता है सुख शनै:-शनै: मिलता है। शनि नाना के जन्म के समय कन्या राशि पर विराजमान थे जिसके फलस्वरूप उच्च स्थान पर है। नाना पाटेकर का राहु भी आर्थिक संपन्न बनाता है। अर्थात् पत्रिका राजयोग बनाती है।

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नाना पाटेकर का जन्म चंद्र महादशा में हुआ जिसका भोग्यकाल 6 वर्ष 9 माह 21 दिन रहा। वर्तमान में शनि की महादशा चल रही है जो 22/10/1998 से 22/10/2016 तक रहेगी। शनि महादशा में चंद्र की अंतरदशा 25/9/2009 से 25/4/2011 तक रहेगी। मंगल की अंतरदशा 25/4/2011 से 25/4/2012 तक, राहु अंतरदशा 10/4/2015 तक एवं गुरु अंतरदशा 22/10/2016 तक रहेगी।

नाना पाटेकर को शनिवार के दिन किसी भी बड़े डायरेक्टर की फिल्म साइन नहीं करना चाहिए। बुधवार को मुख्‍य निर्णय लेना चाहिए। दिनांक 5, 10 एवं 15 शुभ नहीं है। जिस दिन मिथुन का धनु हो शुभ कार्य न करें। पुखराज, मूँगा एवं मा‍णिक का संयुक्त लॉकेट पहनना चाहिए।

विशेष- नाना पाटेकर ने कालसर्प दोष का निवारण अवश्य करवाना चाहिए।

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