प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता एवं नेता राज बब्बर का जन्म 23 जून 1952 को आगरा में मिथुन चंद्र लग्न में हुआ। अपने जमाने में आपकी अनेक फिल्में सफल रही, जिनमें खलनायकी व तराजू में आपका अभिनय देखने लायक था। आपने अधिकतम फिल्में स्वर्गीय स्मिता पाटिल के साथ की व दूसरा विवाह भी उन्हीं के साथ किया। आपकी पहली पत्नी नादिरा बब्बर हैं। आप पहली बार राज्यसभा के लिए सपा से चुने गए।
आपकी पत्रिका में शनि-चंद्र लग्न से उच्चभिलाषी है जो भाग्येश व अष्टमेश भी है। राजनीति में आपने कई बार उतार चढ़ाव भी देखें, पर फिर भी लोकसभा के लिए चुने गए। राज्य भाव दशम का स्वामी सप्तमेश होकर आय भाव में मेष राशि का है जो पंचम में बैठे तुला के मंगल पर पूर्ण दृष्टि डाल रहा है। मंगल भी आय भाव एकादश पर सप्तम पूर्ण दृष्टि गुरु युत डाल रहा है।
इस प्रकार देखा जाए तो मंगल साहस व ऊर्जा का कारक है जो दशम राज्य भाव के स्वामी पर नजर गढ़ाएं बैठा होने से आप दबंगता पूर्वक राजनीति में डटे रहे व आगे भी डटे रहेंगे।
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पराक्रम भाव का स्वामी सूर्य, द्वितीय वाणी भाव का स्वामी चंद्र, स्वराशिस्थ बुध के साथ पंचमेश व द्वादशेश शुक्र के साथ होने से आपका पराक्रम बढ़ा-चढ़ा रहा व वाणी भी प्रभावशाली रही। स्वराशिस्थ बुध केन्द्र में होने से पंचमहापुरुष राजयोग में से एक राजयोग भद्र योग बना रहा है। ऐसा जातक जिस भी क्षेत्र में हो सफलता अवश्य पाता है।
आप फिल्म में जब तक रहे, तब तक सफल भी रहे और फिर राजनीति में आए तो उसमें भी सफल रहें। चंद्र लग्न से भाग्य का स्वामी शनि चतुर्थ जनता भाव में मित्र राशि कन्या का होने से आप जनता के मध्य अपनी पहचान बनाए रखने में कामयाब रहे।
वर्तमान की स्थिति देखने के लिए चन्द लग्न से देखना चाहिए तो गुरु का गोचरीय भ्रमण मेष राशि से हो रहा है। चंद्र लग्न से एकादश भाव से भ्रमण करने के कारण लाभदायक तो है लेकिन शनि का गोचरीय भ्रमण 16 नवंबर से तुला से होगा जो आपकी पत्रिका में चंद्र लग्न से पंचम भाव से भ्रमण करेगा वहीं पर मंगल भी है।
शनि, मंगल से गोचरीय भ्रमण करने से आपके लिए नवंबर से आगामी ढाई वर्ष ठीक नहीं है। ऐसी स्थिति में आपको काफी सावधानी से चलना होगा।