लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस पार्टी की कुंडली क्या कहती है। आइए जानते हैं कांग्रेस के सितारे -
1. कांग्रेस की कुंडली में शनि और केतु का गोचर सूर्य और शुक्र के ऊपर 10 वें घर से हो रहा है।
2. गोचररत राहु 10 वें घर के स्वामी बृहस्पति के ऊपर से गुजर रहा है।
3. मतदान के ज्यादातर समय गोचररत बृहस्पति 9 वें घर से जन्म के बुध से होकर गुजरा है।
4.इस समय कांग्रेस बृहस्पति की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा से गुजर रही है।
5. बृहस्पति के दो प्रमुख घर पहला और 10 वां है, ऐसे में बृहस्पति का पारगमन किंचित कांग्रेस के पक्ष में होने की संभावना है।
6. बृहस्पति कांग्रेस को कुछ राज्यों में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान देने वाला है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि बृहस्पति के पारगमन से कांग्रेस को मदद मिलेगी और उसके पुनर्उद्धार की संभावना बढ़ेगी। लेकिन, बृहस्पति की वक्री गति से संकेत मिलता है कि कांग्रेस की वापसी उतनी मजबूत नहीं होगी, कि वह सत्ता में आ सके।
7.हालांकि कुछ राज्यों में गठबंधन से कांग्रेस को फायदा हो सकता है। कांग्रेस बृहस्पति-शुक्र-बुध महादशा अवधि से गुजर रही है, जो अनुकूल नहीं है।
8.8 वें घर (प्रतिकूलताओं का घर) का स्वामी शुक्र है, जो 10 वें घर में है। इसलिए हर सीट पर टक्कर काफी कठिन होगी और कांग्रेस नेतृत्व को अपने प्रतिद्वंद्वियों के भीतर और बाहर दोनों तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
9. सूर्य पर शनि-केतु की युति कांग्रेस के लिए कठिन समय कहा जा सकता है। शनि और केतु के घनिष्ठ संयोजन में आश्चर्य का तत्व होगा, जो सबसे पुरानी पार्टी के लिए अप्रत्याशित परिणाम ला सकता है।
10. सबसे महत्वपूर्ण बात : वोटिंग वाले दिन शुक्र सूर्य के साथ त्रिशंकु में दूसरे घर से गुजरा, जो पार्टी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। चुनाव की तारीख पर चंद्रमा के ट्रांजिट की अनुकूलता नहीं रही, चुनाव में कांग्रेस कोई बड़ा फायदा नहीं होने जा रहा है। रिजल्ट वाले दिन भी सितारे कांग्रेस को वैसा फेवर नहीं कर रहे हैं जैसा सत्ता में आने के लिए करना चाहिए।
विशेष : कांग्रेस कुछ जगहों पर अपनी खोई हुई जमीन को वापस पा सकती है। वोट शेयर बढ़ेगा। कुछ राज्यों में पार्टी स्थिति मजबूत कर सकती है। लेकिन, कांग्रेस कोई बड़ी बढ़त नहीं बना पाएगी।