राखी सावंत- दूर है अभी विवाह मंडप
राखी सावंत, जो अपने इंडस्ट्री में प्रवेश के पहले चरण से ही चर्चित व स्कैंडल में बनी रहने वाली युवती सिद्ध हुई है,पिछले दिनों फिर अपने 'स्वयंवर' के लिए चर्चित रही। सूर्य कुंडली के अनुसार राखी सावंत का जन्म वृश्चिक लग्न और कन्या राशि में हुआ है। लग्न में बुध, मंगल, सूर्य हैं, स्वराशि का मंगल इन्हें अति साहसी बनाता है, सूर्य-मंगल युति बिना सोचे-समझे बोलने व स्कैंडल में बने रहने की प्रवृत्ति को भी दिखाता है। व्यय में शु्क्र तुला राशि का है जो युवावस्था में सुख-सुविधाओं, ग्लैमर मिलने का प्रतीक है। पंचमेश गुरु उच्च का होकर भाग्य में है जो कला के क्षेत्र में, स्व-पराक्रम से उन्नति का सूचक है। चंद्रमा पर राहु का प्रभाव भावनाओं पर अनियंत्रण व मानसिक स्थिति पर नियंत्रण खोने की प्रवृत्ति भी दिखाता है।
शनि दशम में है। ऐसे जातक निर्धनता में पलते-बढ़ते हैं फिर परिवार से दूर जाकर धनार्जन करते हैं। ये किसी भी तरीके से धन कमाने में विश्वास करते हैं। वर्तमान में राखी राहु महादशा में बुध के अंतर से गुजर रही है, फिर अगस्त से केतु का अंतर प्रारंभ होगा। विवाह के कारक गुरु भी नीचस्थ है, फिलहाल राखी के स्वयंवर का कोई योग गोचर न होने के कारण यदि इस दौरान सगाई होती भी है तो वह टिकेगी नहीं। राखी का विवाह योग 2012 से 2013 तक बनेगा। उसके पहले जो कुछ भी प्रचारित है, कुंडली के मुताबिक पब्लिसिटी स्टंट या पैसा कमाने की युक्ति के अलावा कुछ नहीं है।