नवरात्र के शुभ दिनों में हर व्यक्ति की कामना होती है कि उसे देवी की अधिक से अधिक कृपा मिले। सच्चे मन से की गई छोटी से छोटी आराधना भी शुभ फलदायी होती है। जो भक्त गण शुद्ध उच्चारण से पाठ कर सकते हैं उन्हें दुर्गाष्टक का फल अवश्य करना चाहिए, यह अत्यंत शुभ फल प्रदान करने वाला है। प्रस्तुत है श्री दिव्य दुर्गाष्टकम् -