Chandrayaan 3 : चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है। अब इसके अंदर से रोवर प्रज्ञान के निकलने का इंतजार है। इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा। डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा। नासा की इस सफलता पर इसरो ने भी बधाई दी है।
इसके बाद इसके व्हील चांद की मिट्टी पर अशोक स्तंभ और ISRO के लोगो की छाप छोड़ेंगे। फिर 'विक्रम' लैंडर 'प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की तस्वीर लेगा। ये फोटो वे पृथ्वी पर भेजेंगे।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ ही भारत चांद के दक्षिणी धुव्र पर यान उतारने वाला पहला देश बन गया है। जबकि चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला भारत चौथा देश बन गया है। भारत से पहले अमेरिका, सोवियत संघ (अभी रूस) और चीन ही चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं।