मामल्लापुर: चार महीने के भीतर शतरंज ओलंपियाड की सफल मेजबानी करने वाले भारत ने हंगरी शतरंज महासंघ के आला अधिकारियों को काफी प्रभावित किया है।हंगरी शतरंज महासंघ के महासचिव रॉबर्ट कापास ने कहा कि वह और उनकी टीम 44वें शतरंज ओलंपियाड में सीख रहे हैं कि दो साल बाद बुडापेस्ट में इस टूर्नामेंट की मेजबानी कैसे करनी है।
चेन्नई को मार्च में ही ओलंपियाड की मेजबानी मिली थी। पहले यह टूर्नामेंट रूस में होना था लेकिन यूक्रेन पर सैन्य हमले के बाद रूस से मेजबानी छीन ली गई।कापास ने कहा , अगला ओलंपियाड बुडापेस्ट में 2024 में होना है। हम यहां पर्यवेक्षक कार्यक्रम में आये हैं और यह देख रहे हैं कि ओलंपियाड का आयोजन कैसे होता है।
उन्होंने कहा , यह देखकर अच्छा लग रहा है कि पूरा चेन्नई और आसपास के इलाके ओलंपियाड के रंग में रंगे हैं। सड़क पर हर आदमी को पता है कि यहां ओलंपियाड हो रहा है। शतरंज को लेकर इतना उत्साह देखना रोमांचक है।(भाषा)