छत्तीसगढ़ में दो चरणों में सभी 90 सीटो पर हुई वोटिंग को लेकर चुनावी बैठकों और चुनाव परिणाम को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। बात चाहे सत्तारूढ़ दल भाजपा की हो या कांग्रेस की दोनों ही दल के नेता राज्य में अपनी-अपनी सरकार बनने का दावा कर रहे है। मध्यप्रदेश में जहां भाजपा और कांग्रेस के नेता खुलकर सीटों की संख्या को लेकर कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है, वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के शीर्ष नेता खुलकर सरकार बनाने का दावा करने के साथ सीटों को लेकर भी अनुमान जता रहे है।
भाजपा ने किया सत्ता में वापसी का दावा-दो चरणों की वोटिंग के बाद भाजपा ने राज्य में सत्ता में वापसी का दावा किया। राज्य में भाजपा के सबसे बड़े चेहरे और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्पष्ट बहुत से सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि वोटिंग के बाद भाजपा 50 से 55 सीटों जीतेगी यह तय हो चुका है।
अपने गृह जिले में मीडिया से बात करते हुए रमन सिंह ने कहा कि वोटिंग के बाद अलग-अलग विधानसभाओं से जो बातचीत हो रही उससे बहुत ही उत्साह जनक नतीजे सामने आ रहे हैं। आज की तारीख में मैं यह कह सकता हूं कि 90 सीटों में भारतीय जनता पार्टी स्पष्ट बहुमत के साथ छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने जा रही है। अब किसी के मन में कोई शंका नहीं रही है. बीजेपी करीब-करीब 50 से 55 सीट जीतेगी यह सुनिश्चित हो चुका है। भाजपा नेताओं का दावा है कि बूथ स्तर पर किए गए सर्वे में मिले फीडबैक के आधार पर वह सरकार बनाने का दावा कर रहे है। राज्य की सियासी गलियारों में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और आरएसएस की ओर से किए आंतरिक सर्वे को लेकर भी काफी चर्चा है, जिसमें राज्य में भाजपा सरकार बनने का दावा किया जा रहा है।
हलांकि विधानसभा चुनाव मेंं भाजपा को बागियों को डर भी सता रहा है। पार्टी अब वोटिंग के बाद इस बात का आकलन करने में जुट गई है कि बागी उम्मीदवारों ने उसको कितना नुकसान पहुंचाया।
कांग्रेस सरकार बनाने को लेकर आशान्वित-2018 के विधानसभा चुनाव प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में काबिज हुई कांग्रेस इस बार भी वोटिंग के बाद सरकार बनाने को लेकर आशान्वित नजर आ रही है। वोटिंग के बाद पार्टी ने सभी 90 सीटों के उम्मीदवारों का रायपुर बुलाकर उनसे चुनावी फीडबैक लेने के साथ संभावित चुनावी नतीजों पर चर्चा की। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने विधायकों से वन-टू-वन चर्चा कर चुनावी परिणामों का आकलन किया। हलांकि इस दौरान सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जीत को लेकर बेहद आशान्वित नजर आए। उन्होंने प्रदेश प्रभारी से स्पष्ट शब्दों में कहा कि “अरे चिंता मत करिएम मैडम, हम चुनाव जीत रहे है।
दरअसल छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इस बार बागी और भितरघात का डर सता रहा है। पार्टी को दो दर्जन से अधिक सीटों पर भितरघात का डर सता रहा है। यहीं कारण है कि चुनाव के बाद अब कांग्रेस ऐसे नेताओं की सूची बना रही है जिन्होंने पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ जाकर काम किया है।