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छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिए प्रचार अभियान समाप्त

हमें फॉलो करें छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिए प्रचार अभियान समाप्त
, शनिवार, 10 नवंबर 2018 (21:26 IST)
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए शनिवार शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। पहले चरण के लिए इस महीने की 12 तारीख को मतदान होगा। अंतिम दिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य में चुनाव प्रचार किया।
 
 
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि पहले चरण के लिए 12 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए शनिवार शाम 5 बजे तक प्रचार थम गया। उम्मीदवार अब केवल व्यक्तिगत प्रचार और घर-घर जनसंपर्क कर सकेंगे। राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के 7 जिले कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और राजनांदगांव के 18 विधानसभा क्षेत्रों में 12 नवंबर को मतदान होगा।
 
अधिकारियों ने बताया कि 10 विधानसभा क्षेत्रों मोहला मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, केसकाल, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक मतदान होगा, वहीं खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा।
 
उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान दलों को रवाना कर दिया गया है। राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुगम मतदान के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील मतदान केंद्रों तक मतदान दलों को लाने-ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई है। बेहतर सुरक्षा के लिए राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान पर्याप्त संख्या में तैनात किए गए हैं।
 
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में पहले चरण में 190 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला राज्य के 31,79,520 मतदाता करेंगे। जिनमें से 16,21,839 पुरुष मतदाता तथा 15,57,592 महिला मतदाता हैं, वहीं 89 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। प्रथम चरण के लिए 4,336 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
 
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में सबसे ज्यादा राजनांदगांव विधानसभा सीट में 30 उम्मीदवार तथा सबसे कम 5-5 उम्मीदवार बस्तर और कोंडागांव सीट में हैं। प्रथम चरण में मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडल के 2 सदस्य चुनाव मैदान में हैं। मुख्यमंत्री सिंह राजनांदगांव से चुनाव लड़ रहे हैं तथा उनके खिलाफ कांग्रेस की करुणा शुक्ला है। शुक्ला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं।
 
प्रथम चरण में भाजपा की ओर से मंत्री महेश गागड़ा (बीजापुर) और केदार कश्यप (नारायणपुर) चुनाव मैदान में हैं, वहीं 2 विधायक जगदलपुर से संतोष बाफना और डोंगरगढ़ से सरोजनी बंजारे हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से विधायक भानुप्रतापपुर से मनोज सिंह मंडावी, कोंडागांव से मोहनलाल मरकाम, बस्तर से लखेश्वर बघेल, केसकाल से संतराम नेताम, चित्रकोट से दीपक कुमार बैज, दंतेवाड़ा से देवती कर्मा, कोंटा से कवासी लखमा, खैरागढ़ से गिरवर जंघेल और डोंगरगांव से दलेश्वर साहू चुनाव मैदान में हैं।
 
प्रथम चरण की 18 विधानसभा सीटों में से 12 सीटें अनुसूचित जनजाति तथा 1 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। वर्ष 2013 में हुए चुनाव में भाजपा इनमें से केवल 6 सीटें ही जीत पाई थी। राज्य में दूसरे चरण की 72 सीटों के लिए इस महीने की 20 तारीख को मतदान होगा। राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव का नक्सलियों ने विरोध किया है और लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। नक्सलियों ने पिछले 15 दिनों में 3 बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है।
 
इस महीने की 8 तारीख को नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एक यात्री बस को उड़ा दिया था। इस घटना में 4 नागरिक और केंदीय औद्योगिक सुरक्षा बल के 1 जवान की मृत्यु हो गई थी। इससे पहले नक्सलियों ने 30 अक्टूबर को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में पुलिस दल पर हमला कर दिया था। इस घटना में दूरदर्शन के एक कैमरामैन और 3 पुलिस जवानों की मृत्यु हो गई थी, वहीं 27 अक्टूबर को नक्सलियों ने बीजापुर जिले आवापल्ली थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ के बुलेटप्रूफ बंकर को उड़ा दिया था। इस घटना में सीआरपीएफ के 4 जवानों की मृत्यु हो गई थी। (भाषा)

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