रायपुर। तीन पूर्व मंत्रियों समेत 11 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस से बगावत कर दी है। नगरीय निकायों और पंचायती संस्थाओं के कई पदाधिकारी भी बागी होकर चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं। पार्टी को करीब दो दर्जन सीटों पर टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
जोगी शासनकाल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले कई तत्कालीन विधायकों को इस दफे टिकट नहीं मिल पाया है। नतीजतन, पूर्व मंत्री गंगूराम बघेल ने सोमवार को आरंग से नामांकन दाखिल कर बगावत का बिगुल फूँक दिया। सरगुजा जिले की प्रेमनगर सीट पर पूर्व मंत्री तुलेश्वर सिंह कूद पड़े हैं। कांकेर जिले की भानुप्रतापपुर सीट पर पूर्व मंत्री मनोज मंडावी पहले ही डटे हुए हैं। कांकेर में जनपद अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश ठाकुर ने मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। संजारी बालोद में पूर्व विधायक लोकेन्द्र यादव समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हो गए हैं।
टिकट कटने के बाद मुंगेली के मौजूदा विधायक चन्द्रभान बारमते भी बागी हो गए हैं। सरगुजा जिले में पूर्व विधायक प्रो. गोपालराम सोमवार को सीतापुर से नामांकन दाखिल कर इस कतार में शामिल हो गए। उन्हें मैनपाट, बतोली और सीतापुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। सीपत से पिछला चुनाव 299 वोटों से हारने वाले रमेश कौशिक को भी कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। नाराज कौशिक बेलतरा से चुनाव लड़ रहे हैं।
पूर्व विधायकों में फूलोदेवी नेताम केशकाल से, चन्द्रप्रकाश वाजपेयी बिलासपुर व बेलतरा से, देवसाय मरावी प्रतापपुर से, महेश्वर पैकरा सामरी से व छबिलाल रात्रे सारंगढ़ से मैदान में कूद पड़े हैं। रायपुर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष परमेश्वर यदु कसडोल से, रमेश यदु भाटापारा से व प्रदेश कांग्रेस की सचिव नंदिनी साहू ने राजिम से पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन दाखिल किया है। पिछड़े वर्ग के नेता सूरज निर्मलकर ने रायपुर ग्रामीण व रायपुर पश्चिम से आरपीआई (उद्धरण चिह्न)ए(उद्धरण चिह्न) प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किया है।
बिलासपुर के पूर्व महापौर उमाशंकर जायसवाल कोटा से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बन गए हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मदन टंडन ने मस्तुरी से पर्चा दाखिल कर दिया है। मरवाही से संतोष मरावी मैदान में उतर गए हैं। वे पूर्व विधायक पहलवान सिंह मरावी के भतीजे हैं।
रायगढ़ में कांग्रेस को पूर्व मंत्री केके गुप्ता के समर्थकों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी ने यहाँ से विलोपित सीट सरिया के विधायक डॉ. शक्राजीत नायक को उतारा है। उनके खिलाफ घरघोड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी ताल ठोंक रहे हैं। वहीं केके-समर्थक पार्षद श्रीकांत शर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इनके अलावा भटगाँव में रामेश्वर शरण सिंह, गोपाल शरण सिंह, जशपुर में उर्मिला देवी व ब्लॉक अध्यक्ष कंदरूराम भगत, कुनकुरी में प्रफुल्ला केरकट्टा, ईश्वरसाय पैकरा, नेहरू लकड़ा, सारंगढ़ में भूरीबाई सारथी व धर्मजयगढ़ में अमृत तिर्की भी कांग्रेस के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं।