रायपुर। सरकार बनाने का सपना बुन रहे कांग्रेस नेताओं की नजर पार्टी के बागियों पर है। नेताओं ने करीब आधा दर्जन ऐसे प्रत्याशियों की सूची तैयार की है, जिनकी जीत के आसार नजर आ रहे हैं। उन पर अभी से डोरे डाले जा रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सार्वजनिक तौर पर तो 50 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। यही नेता दबी जुबान में मानते हैं कि 40 से ज्यादा सीटों पर सौ फीसदी जीत तय है। यानी पार्टी को सरकार बनाने के लिए निर्दलीय और दूसरी पार्टियों की मदद लेनी पड़ सकती है। इस रणनीति के तहत जीतने की संभावना वाले बागियों पर नजर गड़ा दी गई है। पार्टी के इक्के-दुक्के वरिष्ठ नेताओं ने इन बागियों से फोन पर बातचीत भी की है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक आरंग से गंगूराम बघेल, भानुप्रतापपुर से मनोज मंडावी, कांकेर से जनपद अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश ठाकुर, सामरी से प्रो. गोपाल राम व प्रेमनगर से तुलेश्वर सिंह में जीत की संभावना देखी जा रही है। पूर्व विधायक चन्द्रभान बारमते व लोकेन्द्र यादव भी बगावत कर मैदान में थे। कांग्रेस नेताओं को उनकी जीत का भरोसा नहीं है।
बागियों ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। नतीजों की घोषणा होने तक सभी ने चुप्पी साधे रखने का फैसला किया है। अलबत्ता, भविष्य की राजनीति को लेकर गुणा-भाग लगाए जा रहे हैं। आरंग के निर्दलीय प्रत्याशी बघेल की मानें तो उनकी लीड पाँच हजार वोटों से कम नहीं होगी। वहीं कांकेर के निर्दलीय प्रत्याशी ठाकुर ग्रामीण क्षेत्रों में मिले खासे समर्थन की बदौलत जीत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
प्रेमनगर में साइकिल की सवारी कर रहे तुलेश्वर सिंह कांग्रेस और भाजपा के दावों की धज्जियाँ उड़ाते हैं। उनका कहना है कि दोनों पार्टियाँ हवा में उड़ रही हैं। नतीजे की घोषणा होने के बाद उन्हें अपनी जमीन नजर आ जाएगी। भानुप्रतापपुर में पूर्व मंत्री गंगा पोटाई को चुनौती देने वाले मंडावी स्वीकार करते हैं कि चुनाव के दौरान उन्हें सभी वर्गों का हर दृष्टि से भरपूर सहयोग मिला। जीत की उम्मीद के साथ वे शिरडी रवाना हो गए हैं। मंडावी भी नतीजे निकलने के बाद अपनी रणनीति का खुलासा करने की बात कर रहे हैं। (नईदुनिया)